लखनऊ, । मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने कहा है कि राज्य में छात्राओं वाले कोचिंग संस्थान रात 8 बजे तक ही चलने चाहिए। ताकि वह समय से सुरक्षित अपने घर पहुंच सकें। तंग गलियों के बजाए कोचिंग संस्थान खुले में होने चाहिए। गली में कोचिंग होने पर आगजनी, छेड़खानी जैसी अप्रिय घटना घटित होने की संभावना अधिक रहती है।
मुख्य सचिव ने गुरुवार को सेफ सिटी परियोजना की समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोचिंग संस्थान में लड़कियों के अलग टॉयलेट व प्रवेश-निकास द्वार पर सीसीटीवी कैमरा अवश्य लगा होना चाहिए। इस संबंध में शिक्षा विभाग दिशा-निर्देश जारी कर इनका अनुपालन करवाएं।
शिक्षण संस्थानों में बालिकाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण भी दिलाया जाए। विभागों के भवन दिव्यांगजन हितैषी हों। उन्होंने सेफ सिटी वेब एवं एप को डेवलप करने के कार्य में तेजी लाने के भी निर्देश दिए।
एप पर निकटतम पुलिस बूथ और टॉयलेट की भी जानकारी रखे जाने के निर्देश दिए गए। सेफ सिटी परियोजना के तहत 17 नगर निगमों और गौतमबुद्ध नगर को महिलाओं के साथ बुजुर्गों, बच्चों और दिव्यांगजनों के लिए सबसे सुरक्षित शहर बनाया जाए।