आजमगढ़, अंतरजनपदीय तबादले के तहत दूसरे जिलों से स्थानांतरित हो कर जिले में आए पांच सौ से अधिक शिक्षकों के दो माह के इंतजार के बाद अब विद्यालय आवंटन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। जिले में आनलाइन विद्यालय आवंटन की प्रक्रिया 15 सितंबर को पूरी कर देनी है। माना जा रहा है कि विद्यालय आवंटन से उन विद्यालयों को सहूलियत मिलेगी जो शिक्षक विहीन हैं।
अंतरजनपदीय तबादले के तहत जुलाई माह के प्रथम सप्ताह में जिले से 309 शिक्षकों का गैर जिलों में तबादला हो गया था, जबकि गैर जिलों से आजमगढ़ के लिए छह सौ शिक्षकों का तबादला हुआ था। जिले से स्थानांतरित होने वाले शिक्षकों को 15 जुलाई तक यहां से कार्यमुक्त कर दिया गया था।
जिले के लिए छह सौ स्थानांतरित होने वालों में लगभग पांच सौ शिक्षक ही गैर जिलों से कार्य मुक्त होकर यहां पर आए और बीएसए आफिस में कार्यभार ग्रहण कर मौज कर रहे थे। इनके लिए शासन से विद्यालय आवंटन के संबंध में 20 जुलाई तक किसी तरह का आदेश नहीं आया तो बीएसए ने स्थानांतरित होकर आए सभी शिक्षकों को ऐसे विद्यालयों में पढ़ाने के लिए भेज दिया, जहां पर बच्चों की संख्या अधिक है और टीचर कम हैं। लंबे समय से विद्यालय आवंटन के लिए इंतजार कर रहे शिक्षकों के लिए अब कहीं जाकर पांच सितंबर को बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने विद्यालय आवंटन प्रक्रिश शुरू करने का आदेश जारी किया है।
गैर जिलों से तबादला होकर आए शिक्षकों को विद्यालय आवंटन के लिए शासनादेश मिल चुका है। 15 सितंबर को जिले में शिक्षकों को विद्यालय आवंटन की प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ की जाएगी। विद्यालय आवंटन से संबंधित सूची विद्यालयों में प्रोजेक्टर पर प्रदर्शित होंगे। सबसे पहले दिव्यांग महिला फिर दिव्यांग पुरुष, फिर महिला शिक्षक इसके बाद पुरुष शिक्षक को विकल्प के आधार पर विद्यालय आवंटित होंगे👉BSA
शिक्षकों से लिया जाएगा आनलाइन विकल्प
इस आदेश के तहत जिले में पांच सौ शिक्षकों का एनआइसी के साफ्टवेयर पर विद्यालय आवंटन की प्रक्रिया आनलाइन की जाएगी। इसके लिए शिक्षकों से आनलाइन विद्यालयों का विकल्प लिया जाएगा। विद्यालय आवंटन प्रक्रिया में सबसे पहले शिक्षकविहीन विद्यालय में दो शिक्षक तैनात किए जाएंगे। इसके बाद एकल विद्यालयों में एक और उसके बाद दो शिक्षक वाले विद्यालय में अंत में अन्य विद्यालय में आवंटन किया जाएगा।