हापुड़, जिले के थाना देहात क्षेत्र के एक मिशनरी स्कूल में कुछ शिक्षकों के अटपटे निर्देश पर परिजनों की धार्मिक भावनाओं आहत हो गईं। शिक्षकों ने देवी-देवताओं पर अशोभनीय टिप्पणी करते हुए छात्र-छात्राओं के माथे से टीका हटवा दिया। कलाई में बंधी राखियों को खुलवाकर कूड़ेदान में फिंकवा दिया। परिजनों के विरोध के बाद शिक्षकों ने माफी मांगी। पुलिस फिलहाल किसी प्रकार की शिकायत से इनकार कर रही है।
स्कूल के छात्र छात्राओं के कुछ परिजनों ने बुधवार को स्कूल पहुंचकर प्रबंधन पर आरोप लगाया। परिजनों के अनुसार स्कूल के कुछ शिक्षकों द्वारा हिंदू धर्म का उपहास कर छात्र-छात्राओं को परेशान किया गया। छात्र-छात्रओं के माथे से टीका हटवा दिया गया। कलाई में बंधी राखियों को जबरन खुलवाया और कूड़ेदान में फेंक दिया गया। विरोध करने पर शिक्षकों ने बच्चों को स्कूल से निकालने की धमकी देकर चुप करा दिया। घर पहुंचकर छात्र-छात्राओं ने परिजनों को जानकारी दी तो बुधवार को परिजन स्कूल पहुंचे। जिसके बाद शिक्षकों ने माफी मांगकर पल्ला झाड़ने का प्रयास किया।
जानकारी पर विहिप पदाधिकारियों में रोष
विश्व हिंदू परिषद के जिला उपाध्यक्ष गिरीश त्यागी ने बताया कि मामला पिछले दो महीने से संज्ञान में आ रहा है। बुधवार को भी इसकी जानकारी मिली है। इस संबंध में परिजनों से साक्ष्य और लिखित में शिकायत मांगी गई है, जिसके आधार पर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी। एएसपी मुकेश चंद मिश्रा का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है। छात्र-छात्राओं व उनके परिजनों से पूछताछ की जा रही है। अभी तक कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। मामले की सत्यता और शिकायत के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।