सालों से कार्यालय में जमे हर महत्वपूर्ण पटल की जिम्मेदारी
आगराः जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में काम कर रहे कुछ कर्मचारियों और शिक्षकों पर अधिकारियों की सीधी कृपा है। शासन की मनाही के बाद भी सालों से उन्हें कार्यालय में संबद्ध करके गोपनीय और महत्वपूर्ण कार्य कराए जा रहे हैं। इसकी कई बार शिकायत हो चुकी है, जांच में मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक और अपर जिलाधिकारी स्तर के अधिकारी भी इसे गलत ठहरा चुके हैं।
इसका असर यह है कि सालों से तैनात यह कर्मचारी और शिक्षक विभाग के महत्वपूर्ण पटल पर अपना प्रभुत्व जमा चुके हैं। मान्यता हो या परीक्षा, फंड हो, वेतन हो या अधिकारी के निजी कार्य, प्रत्येक प्रमुख कार्य यही संभालते हैं।
कार्यालय से लंबे समय से संबद्ध चल रहे कर्मचारियों व शिक्षकों की शिकायतें मिली, जांच में शिकायतें सही पाई गई। एडीएम स्तर के अधिकारी ने भी उन्हें हटाने की संस्तुति की थी। फाइल शासन को भेजी गई है।
आरपी शर्मा, मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक
यह हैं कार्यालय में तैनात
• अजीत सिंह, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, तुलाराम इंटर कालेज, छह वर्ष ।
• अंशु तोमर, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, चित्रगुप्त उमा विद्यालय, छह वर्ष । • उमेश, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, जाय हैरिस कन्या इंटर कालेज, छह वर्ष • कफिल, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, एसएमएओ विद्यालय, चार वर्ष ● योगेश शर्मा, शिक्षक, एपी इंटर कालेज शमशाबाद, पांच वर्ष मनोज, लिपिक, राष्ट्रीय इंटर कालेज, नैनाना जाट, छह वर्ष
• अजय चौधरी, शिक्षक, डीसी वैदिक इंटर कालेज, 10 वर्ष
•• तेज पाल, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, डीसी वैदिक इंटर कालेज, एक वर्ष • पुनीत रायजादा, लिपिक, राष्ट्रीय इंटर कालेज बरहन, 10 वर्ष ● दिलीप भदौरिया, लिपिक, राजकीय हाईस्कूल अभैदोपुरा, एक वर्ष • रानी शर्मा, लिपिक, महाराज सूरजमल इंटर कालेज, पांच वर्ष। • सोनू, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, एक वर्ष • कुशलपाल, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, एक वर्ष