लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानाचार्य शिक्षण संस्थान की रीढ़ होते हैं। उन्हें विद्यालयों को रचनात्मक गतिविधियों का केंद्र बनाकर अभिभावकों से संवाद करना चाहिए। विद्यार्थियों को देश-दुनिया और युवा व महिला कल्याण से जुड़ी सरकार की योजनाओं के बारे में भी जानकारी देनी चाहिए। प्रधानाचार्यों को नई शिक्षा नीति को प्रभावी ढंग से लागू करने और अपने कॉलेज की प्रतिष्ठा पुनः स्थापित करने की चुनौतियों से जूझना होगा। ताकि, यूपी फिर से शिक्षा का हब बन सके।
सीएम ने शुक्रवार को लोकभवन में राजकीय इंटर कॉलेजों के लिए नव चयनित प्रधानाचार्यों को नियुक्ति पत्र बांटे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह वही उत्तर प्रदेश है, जहां पिछली सरकारों में सुरक्षा में सेंध लगती थी आज यूपी को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से 38 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इससे एक करोड़ से ज्यादा युवाओं को नौकरी मिलेगी। विगत छह वर्षों में छह लाख नौजवानों को सरकारी नौकरी मिली है। इनमें 1,64,000 शिक्षकों की नियुक्ति हुई है।
निजी क्षेत्र में अवसर बढ़े : सीएम ने कहा कि यूपी में निजी क्षेत्र में भी रोजगार के अवसरों पर अपार वृद्धि हुई है। 2017 के पहले तक यहां सिर्फ डेढ़ से दो करोड़ पर्यटक ही आते थे। आज एक वर्ष में करीब 30 करोड़ पर्यटक आ रहे हैं। इससे विभिन्न तरह के रोजगार सृजित होते हैं