आगरा। खंदौली के मलूपुर तिराहे के पास गुरुवार की दोपहर दो छात्रों ने एक शिक्षक के पैर में गोली मार दी। हमलावर छात्रों ने घटना के बाद रील बनाई। रील में फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर का डॉयलाग बोला। रील फेसबुक पर अपलोड की। एलान किया कि 40 गोली मारकर पैर छलनी करना था। अभी 39 गोली और मारेंगे। हमलावरों में एक छात्र नाबालिग है। एक बालिग है। घटना के पीछे रंगबाजी बताई जा रही है। पुलिस हमलावरों की तलाश में छापेमारी कर रही है।
घटना दोपहर करीब सवा दो बजे की है। गांव मलूपुर निवासी सुमित सिंह रामस्वरूप इंटर कॉलेज में अस्थाई शिक्षक हैं। मलूपुर तिराहा के पास डॉ. भीमराव आंबेडकर नाम से कोचिंग सेंटर भी चलाते हैं। नाबालिग हमलावर रामस्वरूप इंटर कॉलेज का छात्र है। दूसरा हमलावर उत्तम चौधरी बालिग है। 19 साल का है। शिक्षक सुमित सिंह ने पुलिस को बताया कि दो दिन पहले नाबालिग आरोपित का उनके छोटे भाई से फोन पर किसी बात पर विवाद हुआ था। दोपहर को वह कोचिंग में पढ़ा रहे थे। उत्तम अपने नाबालिग साथी के साथ कोचिंग पर आया। उन्हें बाहर बुलाया। नाबालिग ने जान से मारने की नीयत से तमंचे से उनके पैर में गोली मार दी। वह मौके पर ही गिर पड़े। दोनों आरोपित जान से मारने की धमकी देकर मौके से भाग गए। जख्मी हालत में शिक्षक थाने पहुंचे थे। पुलिस ने इलाज के लिए भेजा। शिक्षक के छोटे भाई और नाबालिग हमलावर के बीच किसी बात पर फोन पर विवाद हुआ था। फिलहाल यह साफ नहीं है। हमलावरों की तलाश के लिए पुलिस की तीन टीमें लगाई गई हैं। बताया जा रहा है कि आरोपित उत्तम भी पूर्व में शिक्षक का छात्र रहा है। दो साल पहले उसका भी किसी बात पर शिक्षक से विवाद हुआ था।
फैजल कहते हैं मुझसे, कैसे गोली देई, ठांय कैसे गिर गया भेंय…
आरोपियों ने शिक्षक को गोली मारने के बाद मोबाइल से एक रील भी बनाई। उसे खुद ही फेसबुक पर अपलोड करके वायरल किया। वीडियो में दोनों हमलावरों की बातें सुनकर पुलिस भी हैरान रह गई। दोनों को पकड़े जाने और पुलिस का कोई खौफ नहीं था। दोनों हंस रहे थे। फिल्मी अंदाज में अपनी दहशत पैदा करने का प्रयास कर रहे थे। डॉयलाग बोल रहे थे। वायरल वीडियो में एक आरोपी कह रहा है हां सच्चा कैसे गोली देई, ठांय कैसे गिर गया भेंय। मुझ ऐसे ही फैजल नही कहते हैं। दूसरे ने कहा गैंगस्टर कहते हैं। चार छ दिन और रुक। छह महीने बाद फिर हमारी बारी आएगी। तेरी टांग को छलनी करूंगा। 40 गोली मारूंगा। अभी 39 गोली और बकाया रह गई हैं।