आजमगढ़। समाज कल्याण विभाग हमेशा किसी न किसी वजह से चर्चा में रहता है। एक बार फिर फर्जी अनुमोदन को लेकर सुर्खियों में आ गया है। विद्यालय में नियुक्त हुए शिक्षकों के अनुमोदन सत्यापन में बीएसए द्वारा 17 शिक्षकों का अनुमोदन फर्जी पाया गया है। इनमें से एक शिक्षक और विद्यालय के प्रबंधक के खिलाफ जिला समाज कल्याण अधिकारी विकास द्वारा नगर कोतवाली में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया गया है।
समाज कल्याण द्वारा संचालित विद्यालयों में 2004 से लेकर 2017 के बीच कुल 17 शिक्षकों की नियुक्तियां की गई। शिकायत के बाद इसकी जांच शुरू हो गई।
इस मामले में शिकायतकर्ता द्वारा इन शिक्षकों के अनुमोदन को फर्जी बताया गया था। शिकायत की जांच के लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से सत्यापन रिपोर्ट मांगी। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने इन शिक्षकों के अनुमोदन को अपने सत्यापन रिपोर्ट में फर्जी बताया।
फर्जी अनुमोदन की पुष्टि होने
समाज कल्याण विभाग की ओर से इस मामले में अपनी रिपोर्ट एडीएम वित्त एवं राजस्व को नहीं सौंपी
जानकारी होने पर एडीएम वित्त एवं राजस्व आजाद भगत सिंह ने बुधवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से पूरी रिपोर्ट के साथ उपस्थित होने को कहा है। संवाद
पर जिला समाज कल्याण अधिकारी विकास शशांक सिंह द्वारा नगर कोतवाली में अध्यापक यशवंत कुमार राय और प्रबंधक प्रमोद कुमार के विरुद्ध नगर कोतवाली में तहरीर दी गई। इस तहरीर के आधार पर पुलिस ने दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है।
एडीएम को नहीं उपलब्ध कराई गई रिपोर्ट
आजमगढ़। वही इस मामले की जांच के लिए तत्कालीन जिलाधिकारी राजेश कुमार की ओर से एक कमेटी का गठन किया गया गई है। था। जिसमें एडीएम वित्त एवं राजस्व की अध्यक्षता में डीआईओएस और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को जांच अधिकारी नामित किया गया था। अभी तक