लखनऊ, । ठाकुरगंज के नैपियर रोड स्थित प्राथमिक विद्यालय में शनिवार को छात्र-छात्राओं के जुमे की नमाज पढ़ने का वीडियो वायरल होने पर जमकर हंगामा हुआ।
हंगामे के बाद बीएसए ने जांच कराई तो प्रथम दृष्टया मामला सही पाया गया जिस पर प्रभारी प्रधानाध्यापिका मीरा यादव को निलंबित कर दिया गया। दो शिक्षिकाओं को भी कड़ी चेतावनी दी गई है। मामले की विस्तृत जांच भी कराई जा रही है।
नगर क्षेत्र के जोन चार स्थित प्राथमिक विद्यालय नैपियर रोड में शुक्रवार को करीब एक दर्जन छात्र-छात्राओं ने नमाज अदा की थी। इसका किसी ने वीडियो बनाया और वायरल कर दिया। वीडियो वायरल होने पर शनिवार को स्थानीय लोगों ने स्कूल पहुंचकर परिसर में धार्मिक गतिविधि पर आपत्ति जताते हुए हंगामा किया। वीडियो और हंगामे की सूचना पर जिला बेसिक शिक्षाधिकारी अरुण कुमार ने खंड शिक्षाधिकारी जोन-4 को जांच के आदेश दिए। खंड शिक्षाधिकारी (बीईओ) ने स्कूल पहुंचकर छात्र-छात्राओं और शिक्षकों के बयान दर्ज किए । बीईओ ने शुरुआती जांच रिपोर्ट में कहा है कि विद्यालय में 106 बच्चे पंजीकृत हैं जिसमें एक समुदाय विशेष के बच्चों की अधिकता है। विद्यालय की प्रभारी प्रधानाध्यापिका मीरा यादव और शिक्षिका तहजीब फातिमा और शिक्षा मित्र ममता मिश्रा ने नमाज पढ़े जाने की पुष्टि की। यह विभागीय दिशा-निर्देशों के खिलाफ है। जांच में यह भी पता चला कि शनिवार को दूसरे समुदाय के लोगों ने विद्यालय में विरोध-प्रदर्शन और नमाज पढ़ने पर हंगामा किया। इस घटना के लिए प्रभारी प्रधानाध्यापिका मीरा यादव और सहायक अध्यापिका तहजीब फातिमा, शिक्षा मित्र ममता मिश्रा को दोषी पाया गया। बीईओ की संस्तुति पर बीएसए ने मीरा यादव को निलंबित कर दिया। शिक्षिका तहजीब फातिमा और ममता मिश्रा को घटना का दोषी मानते हुए कठोर चेतावनी दी गई है।
15 दिन में होगी जांच
बीएसए अरुण कुमार ने बताया कि नमाज पढ़े जाने के मामले में विस्तृत जांच की जिम्मेदारी खण्ड शिक्षा अधिकारी मुख्यालय राजेश कुमार सिंह को दी गई है। जांच कर 15 दिनों में रिपोर्ट देंगे। निलंबित प्रभारी प्रधानाचार्य मीरा यादव को ब्लाक संसाधन केंद्र सआदतगंज से संबद्ध कर दिया गया है। इनके खिलाफ अलग से आरोप पत्र जारी किया जाएगा।