NCERT ‘डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी का दर्जा मिलने के बाद टीचिंग कोर्सेज में कुछ नए प्रयोग करने जा रहा है। मनोविज्ञान और शिक्षा जैसे कोर्सों में रिसर्च करवाई जाएगी ताकि टीचर के लिए बच्चों को पढ़ाना आसान हो। साथ ही बच्चों को भी इससे फायदा होगा। बच्चे अपनी समस्या आसानी से टीचर को बता सकेंगे। करिकुलम डिजाइनिंग ऐंड डिवलपमेंट, साइकोमेट्रिक असेसमेंट (मनोविज्ञान और शिक्षा) और शिक्षा – विज्ञान जैसे कोर्सेज होंगे। टीचिंग के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर क्या-क्या बदलाव हो रहे है, उसको भी देखा जा रहा है। विश्वविद्यालय में इनोवेटिव कोर्सेज होंगे।
विश्वविद्यालय बनने के बाद NCERT हेडक्वॉर्टर में पोस्ट ग्रैजुएट और डॉक्टोरल डिग्री (रिसर्च) की फील्ड में ये यूनीक प्रोग्राम होंगे। वहीं, यूनिवर्सिटी के ऑफ कैंपस में ग्रैजुएशन लेवल पर चार साल का इंटीग्रेटिड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (ITEP ) कोर्स होगा। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पिछले महीने सितंबर में NCERT को डीम्ड यूनिवर्सिटी घोषित किया था, जिसके बाद संस्थान ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप कोर्सेज तैयार करने की तैयारी शुरू की है।
NCERT के डायरेक्टर प्रो. दिनेश प्रसाद सकलानी ने बताया कि NCERT के रीजनल सेंटर में अभी ग्रैजुएशन लेवल पर चार साल के इंटीग्रेटिड BA -B.Ed और BSC B.Ed कोर्स पहले से चल रहे हैं। यूनिवर्सिटी बनने के बाद अब ऑफ कैंपस भी होंगे। वहां पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की सिफारिश के मुताबिक शुरू किए गए ITEP चलाए जाएंगे। ये ग्रैजुएशन लेवल पर कोर्सेज होंगे। स्कूली शिक्षा के लिए NCERT शैक्षिक अनुसंधान और इनोवेशन, पाठ्यक्रम विकास, पाठ्य और शिक्षण शिक्षण सामग्री तैयार करता है। स्कूली शिक्षा पर रिसर्च करता है। वहीं अब डीम्ड यूनिवर्सिटी बन जाने के बाद NCERT कई दूसरे क्षेत्रों में भी रिसर्च और स्टडी में नए-नए प्रयोग करेगा। डीम्ड यूनिवर्सिटी का स्टेटस मिलने के बाद अब NCERT ग्रैजुएट, पोस्ट ग्रैजुएट और डॉक्टोरल डिग्री ऑफर कर सकता है। नया कोर्स स्ट्रक्चर तैयार करेगा ।
ग्लोबल पैरामीटर के हिसाब से कोर्स होंगे
NCERT एक विशेष प्रकार की
यूनिवर्सिटी बनेगी। यहां पर स्कूली शिक्षा और टीचर शिक्षा के क्षेत्र में ग्लोबल पैरामीटर के हिसाब से कोर्स होंगे। भारत में कई भाषाएं हैं और बच्चों को उनकी भाषा में शिक्षा देने के मकसद को पूरा करना है, जिसके लिए तैयारी हो रही है। यह स्पेशल यूनिवर्सिटी शिक्षा के क्षेत्र में अपने देश और ग्लोबल साउथ की उम्मीदों को पूरा करेगा। ग्लोबल स्टैंडर्ड के हिसाब से कोर्सेज होंगे। NCERT हेडक्वार्टर में PG और रिसर्च के क्षेत्र में कई तरह के स्पेशल यूनीक कोर्सेज होंगे।