आजमगढ़। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद जिले के परिषदीय कंपोजिट विद्यालय को मॉडल स्कूल बनाने के लिए मुख्यमंत्री अभ्युदय कंपोजिट स्कूल में तब्दील किया जाएगा। इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग मानक पूरा करने वाले स्कूल के चयन में जुटा हुआ है।
अब गरीब घरों के बच्चों को भी पढ़ाई की विश्व स्तरीय सुविधाएं सरकारी स्कूलों में दी जाएंगी। मुख्यमंत्री की ओर से प्रदेश के 57 जिलों में जल्द एक-एक मुख्यमंत्री माडल कंपोजिट स्कूल खोले जाने के लिए निर्देश दिए गए हैं। जिसमें प्री-प्राइमरी से लेकर इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई कराई जाएगी।
शासन की ओर से निर्देश दिया गया है कि इसमें ऐसे विद्यालयों का चयन किया जाए जिसके पास पांच से दस एकड़ तक जमीन स्कूल का निर्माण हुआ हो। यहां स्मार्ट क्लास के साथ-साथ रोबोटिक्स व मशीन लर्निंग सेंटर के साथ-साथ मॉड्यूलर लैब आदि की सुविधा होगी। प्री नर्सरी से लेकर इंटरमीडिएट तक प्रत्येक कक्षा में तीन-तीन सेक्शन होंगे। यहां विद्यालय परिसर में प्रधानाचार्य, शिक्षक संवर्ग व कर्मचारियों के लिए आवासीय भवन भी बनाए जाएं। यहां कक्षा कक्ष में स्मार्ट क्लास की व्यवस्था हो ।
रोबोटिक्स व मशीन लर्निंग सेंटर के साथ-साथ कक्षा एक से कक्षा आठ तक कंपोजिट विज्ञान व गणित लैब बनाई जाएगी। कक्षा नौ से इंटरमीडिएट तक रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान की माड्यूलर लैब के साथ कंप्यूटर लैब व लैंग्वेज लैब भी बनाई जाएगी। सभी कक्षाओं के लिए अलग-अलग पुस्तकालय, खेल का विशाल मैदान और ओपन जिम के अलावा मल्टीपल एक्टिविटी हाल, सोलर पैनल, वर्षा जल संचयन इकाई की स्थापना, वाटर प्लांट, मिड डे मील किचन, डायनिंग हाल, वाशिंग एरिया, हैंडवाशिंग यूनिट और सीसीटीवी कैमरे से आनलाइन निगरानी की व्यवस्था भी की जाएगी।
मुख्यमंत्री अभ्युदय कंपोजिट विद्यालय के रूप में चरणबद्ध रूप से उच्चीकृत किया जाएगा। यहां पांच कमरों का एक अभ्युदय ब्लाक
मिड डे मील शेड, बाल वाटिका, पोषण वाटिका, सुरक्षा कर्मियों की तैनाती, बाल सुलभ फर्नीचर, माड्यूलर डेस्क व बेंच, वाई-फाई की सुविधा और सीसीटीवी कैमरे की भी व्यस्था की जाएगी.