प्रयागराज । मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान परिसर में 13 अगस्त को निदेशक आवास का घेराव करने और सोशल मीडिया पर भड़काऊ टिप्पणी करने के मामले में प्राथमिक विद्यालय बिशुनदास का पुरा सोरांव की प्रधानाध्यापिका सरिता दुबे को निलंबित कर दिया गया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी ने सरिता दुबे को ब्लॉक संसाधन केन्द्र कौड़िहार से संबद्ध किया है।
एमएनएनआईटी के निदेशक ने ईमेल से मंडलीय सहायक बेसिक शिक्षा निदेशक से शिकायत की थी संस्थान के आवासीय परिसर में रहने वाले शिक्षक अवनीश कुमार दुबे की पत्नी सरिता दुबे ने 13 अगस्त को अन्य महिलाओं को उकसाकर उनके आवास का घेराव कराया और धरना-प्रदर्शन किया। पुलिस के हस्तक्षेप से प्रदर्शन को रोका गया। इस मामले में एडी बेसिक ने 13 सितंबर को बीएसए को जांच आख्या उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे। बीएसए ने 16 सितंबर को खंड शिक्षा अधिकारी, होलागढ़ लालजी शर्मा को जांच के आदेश दिए। लेकिन डेंगू पीड़ित और अस्पताल में एडमिट लालजी शर्मा ने जांच में असमर्थता जताई। इसके बाद खंड शिक्षा अधिकारी सोरांव शैलपति यादव को जांच सौंपी गई। शैलपति यादव ने 11 अक्तूबर को अपनी जांच रिपोर्ट में सरिता दुबे के खिलाफ कार्यवाही की संस्तुति की थी। इस पर बीएसए ने 16 अक्तूबर को दोषी प्रधानाध्यापिका को निलंबित कर दिया। जांच कौड़िहार के खंड शिक्षाधिकारी क्षमा शंकर पांडेय को दी है।
स्कूल को मिल चुका सर्वश्रेष्ठ विद्यालय का दर्जा
प्रयागराज। प्राथमिक विद्यालय बिशुनदास का पुरा सोरांव को 2015 में सर्वश्रेष्ठ विद्यालय का दर्जा मिल चुका है। उस समय प्रदेश सरकार से इनाम के रूप में मिले एक लाख रुपये से सरिता दुबे ने बच्चों के लिए डेस्क-बेंच लगवाया था