मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को बेसिक से लेकर उच्च शिक्षा तक के शिक्षण संस्थानों की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की और शैक्षिक सत्र को पटरी पर लाने के लिए मंथन किया। उच्च स्तरीय बैठक में योगी ने कहा कि आकांक्षात्मक जिलों में संचालित बेसिक माध्यमिक उच्च शिक्षा प्राविधिक शिक्षा और व्यावसायिक शिक्षा के संस्थानों में शिक्षकों की कमी को प्राथमिकता पर दूर किया जाए।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को बेसिक से लेकर उच्च शिक्षा तक के शिक्षण संस्थानों की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की और शैक्षिक सत्र को पटरी पर लाने के लिए मंथन किया। उच्च स्तरीय बैठक में योगी ने कहा कि आकांक्षात्मक जिलों में संचालित बेसिक, माध्यमिक, उच्च शिक्षा, प्राविधिक शिक्षा और व्यावसायिक शिक्षा के संस्थानों में शिक्षकों की कमी को प्राथमिकता पर दूर किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी आठ आकांक्षी जिलों सिद्धार्थनगर, बहराइच, बलरामपुर, चित्रकूट, चंदौली, श्रावस्ती, सोनभद्र और फतेहपुर के शिक्षण संस्थानों में शिक्षकों की पर्याप्त संख्या में तैनाती की जाए। उन्होंने कहा कि मानक के अनुरूप शिक्षक-छात्र अनुपात हो इसकी व्यवस्था की जाए। खासकर बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों के जिन विद्यालयों में शिक्षकों की संख्या ज्यादा है, वहां से शिक्षकों को ऐसे स्कूलों में स्थानांतरित करें जहां शिक्षकों की कमी है।
मेरिट के आधार पर की जाए डीआईओएस की तैनाती
वहीं, माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी जिलों में जिला विद्यालय निरीक्षकों (डीआईओएस) की तैनाती मेरिट के आधार पर की जाए। जिन जिलों में पद खाली हैं, वहां जल्द तैनाती की जाए। स्कूलों, कॉलेजों व उच्च शिक्षण संस्थानों में शैक्षिक सत्र को हर हाल में पटरी पर लाया जाए। समय पर प्रवेश व परीक्षाएं हों।
फरवरी से पहले हो पाठ्य पुस्तक वितरण
नए शैक्षणिक सत्र वर्ष 2024-25 के लिए अभी से तैयारियां शुरू की जाए। सभी बेसिक व माध्यमिक स्कूलों में पाठ्य पुस्तक का वितरण फरवरी वर्ष 2024 तक पूर्ण किया जाए। परिषदीय स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए यूनिफॉर्म, जूते व स्टेशनरी इत्यादि खरीदने के लिए अप्रैल महीने में ही अभिभावकों के खाते में डीबीटी के माध्यम से धनराशि भेज दी जाए।
दिसंबर तक 2.36 लाख टैबलेट
परिषदीय स्कूलों को भेजे जा रहे 2.36 लाख टैबलेट आगामी दिसंबर तक जरूर भेज दिए जाएंगे। गोरखपुर में निर्माणाधीन प्रदेश के चौथे सैनिक स्कूल का निर्माण कार्य आगामी दिसंबर महीने तक पूर्ण कर लिया जाए। दिसंबर में प्रवेश परीक्षा संपन्न कराते हुए अगले वर्ष 2024-25 से शैक्षिक की शुरुआत करने की अभी से तैयारियां पूरी कर ली जाएं।