अमरोहा जिले के गजरौला ब्लॉक के खुंगावली परिषदीय विद्यालय में शिक्षिकाओं के स्कूल समय में रील बनाने के मामले के बाद बीएसए सख्त हो गईं हैं। उन्होंने स्कूल समय में रील बनाने और सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर पूरी तरह रोक लगा दी है। इसके संबंध में सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। डीएम राजेश कुमार त्यागी ने प्रकरण की जांच के लिए जिला स्तरीय कमेटी गठित की है।
पिछले दिनों गजरौला के खुंगावली परिषदीय विद्यालय में चार शिक्षिकाओं के स्कूली समय में रील बनाने का वीडियो वायरल हुआ था। स्कूली बच्चों एवं परिजनों ने भी शिक्षिकाओं पर गंभीर आरोप लगाए थे। रील वायरल होने के बाद बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारी गंगेश्वरी को मामले की जांच सौंपी थी। अब प्रकरण में जिलाधिकारी ने मामले की जांच के लिए जिला स्तरीय कमेटी का गठन किया है।
वहीं बीएसए भी स्कूली समय में शिक्षिकाओं के रील बनाने के मामले में सख्त हो गईं हैं। उन्होंने स्कूली समय में शिक्षिकाओं द्वारा रील बनाने तथा सोशल मीडिया के इस्तेमाल करने पर भी रोक लगा दी है। उन्होंने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को आदेश जारी करते हुए कहा है कि स्कूली समय में शिक्षकों द्वारा रील बनाने से शिक्षण कार्य प्रभावित होता है।
यह अध्यापक आचरण नियमावली के भी खिलाफ है। इस तरह के कृत्यों से विभाग की छवि भी धूमिल होती है। उन्होंने आदेश में कहा कि स्कूली समय में मोबाइल का प्रयोग केवल शिक्षण संबंधी कार्य में ही किया जाएगा।
ब्लॉक प्रमुख ने बेसिक शिक्षा मंत्री से की शिकायत
गंगेश्वरी ब्लॉक प्रमुख राजेंद्र खड़गवंशी ने भी प्रकरण में बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह से मामले की शिकायत की है। ब्लॉक प्रमुख ने बताया कि गजरौला ब्लॉक के गांव खुंगावली में चार शिक्षिकाओं द्वारा विद्यालय परिसर में रील बनाकर शिक्षा व्यवस्था का जो माखौल उड़ाया है। जिससे चारों तरफ छीछालेदर हो रही है। इस मामले की शिकायत दूरभाष पर बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह से की गई है।
जिले में शिक्षकों को स्कूल समय में रील एवं सोशल मीडिया इस्तेमाल नहीं करने के आदेश दिए गए हैं। आदेश का पालन नहीं करने पर मामलों में कार्रवाई की जाएगी। -डॉ. मोनिका, बीएसए, अमरोहा