प्रतापगढ़। मोटा अनाज स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभप्रद है । इस अनाज की खूबियों व उपयोगिता कैसे बढ़ाई जाए, इसके लिए शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। बेसिक शिक्षा व माध्यमिक शिक्षा विभाग के 100-100 शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण कृषि विभाग की ओर से दिया जाएगा।
मोटे अनाज की जानकारी अब बच्चों को भी दी जाएगी। ज्वार बाजरा, कोदों, सावां, मडुवा, रागी, रामदाना मूल रूप से हमारी धरोहर हैं। गेंहू और चावल के अधिक चलन के कारण हम इसके महत्व को भूल गए हैं। जबकि आज पूरी दुनिया हमारे श्री अन्न की उपयोगिता
को समझ रही है। इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व हमें कई प्रकार की बीमारियों से बचाते है।
बीएसए भूपेंद्र सिंह ने बताया कि श्री अन्न को बढ़ावा देने व नौनिहालों में इसकी जानकारी देने के लिए मिलेट्स पुनरुद्धार कार्यक्रम के तहत शिक्षक प्रशिक्षित होंगे। कृषि विभाग 200 शिक्षकों को प्रशिक्षण देकर उन्हें निपुण बनाएगा। ये शिक्षक नौनिहालों को स्कूल में इसकी उपयोगिता बताएंगे। साथ ही अभिभावकों को इसके उत्पादन के प्रति जागरूक करेंगे