महराजगंज (रायबरेली)। विकास क्षेत्र के एक प्राथमिक विद्यालय में तैनात शिक्षक ने फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र लेकर शिक्षक की नौकरी हथिया ली। शिकायत हुई तो मामले की जांच में संबंधित शिक्षक के सभी अभिलेख फर्जी पाए गए। बेसिक शिक्षा अधिकारी शिवेंद्र प्रताप सिंह ने जांच रिपोर्ट के आधार पर संबंधित शिक्षक को बर्खास्त करते हुए खंड शिक्षा अधिकारी को संबंधित शिक्षक के खिलाफ एफआईआर के आदेश दिए ।
बीएसए के निर्देश पर खंड शिक्षा अधिकारी ने संबंधित शिक्षक के खिलाफ कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर आरोपी शिक्षक के खिलाफ धोखाधड़ी सहित कई धाराओं में मामला पंजीकृत करा दिया है। संबंधित फर्जी शिक्षक के खिलाफ की गई इस कार्रवाई से जहां विभाग में हड़कंप है वही विभाग की किरकिरी भी हो रही है। विकास खंड क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय खेरवा में तैनात शिक्षक फतेहपुर जनपद के बड़ा गांव अहरिया निवासी नरेंद्र कुमार पुत्र राम पाल पर विभाग का आरोप है वह फर्जी शैक्षिक अभिलेख लगाकर सरकारी नौकरी कर रहा था। शिकायत के आधार पर जब विभाग ने जांच कराई तो अधिकारियों के पैरों तले जमीन खिसक गई। जांच अधिकारी ने बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह को सम्बंधित शिक्षक के अभिलेख फर्जी कूटरचित होने की जानकारी दी। सम्बंधित शिक्षक के अभिलेख फर्जी होने पर उन्होंने सम्बंधित शिक्षक को सेवा से बर्खास्त कर उसके सभी देयों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाते हुवे बीईओ महराजगंज को आरोपी शिक्षक के खिलाफ एफआईआर के आदेश दिए। विभाग के अनुसार प्राथमिक विद्यालय में तैनात सम्बंधित आरोपी शिक्षक करीब एक दशक से अधिक समय से फर्जी दस्तावेज लगाकर शिक्षक की नौकरी कर रहा था।
बीएसए के निर्देश पर खंड शिक्षा अधिकारी राममिलन यादव ने गुरुवार को फर्जी शिक्षक नरेंद्र कुमार के खिलाफ कोतवाली पुलिस को नामजद तहरीर देकर जालसाजी, धोखाधड़ी सहित गंभीर धाराओं में केस दर्ज करा दिया है।