गोरखपुर, हिटी सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शिक्षा के अनुरूप ही व्यक्ति, समाज व राष्ट्र का चरित्र होगा। सशक्त राष्ट्र के निर्माण की बुनियाद शिक्षकों के परिश्रम व पुरुषार्थ पर टिकी है। शिक्षक ही तेजी से देश को नई बुलंदियों तक पहुंचा सकते हैं।
योगिराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में बुधवार को आयोजित समारोह में योगी ने ये बातें कहीं। इस दौरान प्राथमिक एवं कंपोजिट विद्यालयों के 14360 शिक्षकों को टैबलेट, 3780 को- लोकेटेड आंगनबाड़ी केंद्रों को वंडर बॉक्स तथा 1207 दिव्यांग बच्चों को 1980 सहायक उपकरणों के वितरण का शुभारंभ हुआ।
योगी ने कहा कि एक शिक्षक की सबसे बड़ी उपलब्धि तब होती है कि जब वह अपने बच्चों को समर्थ और योग्य बनाकर उनमें राष्ट्र के प्रति समर्पण का भाव पैदा करता है। इसके लिए सबको स्वमूल्यांकन भी करना चाहिए। यदि कोई व्यक्ति अपने कार्यों का मूल्यांकन नहीं करता है तो इसका
मतलब वह अपने साथ समाज व राष्ट्र के साथ भी धोखा कर रहा है।
तकनीकी रूप से सक्षम बनें: योगी ने कहा कि शिक्षकों को तकनीकी दृष्टि से भी आगे बढ़ना होगा। इसमें टैबलेट काफी सहायक हो सकता है। मुख्यमंत्री ने इंसेफेलाइटिस व उसके नियंत्रण का उल्लेख करने के साथ स्वच्छता को लेकर बच्चों और उनके अभिभावकों को जागरूक करने की भी अपील की।
टाइम पास सबका हो जाता है, प्रशंसनीय कार्य करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि टाइम पास तो सबका हो जाता है। एक शिक्षक को ऐसा कार्य करना चाहिए जो हमेशा के लिए प्रशंसनीय बन जाए। उन्होंने शिक्षकों से अपील की कि वे अपने क्षेत्र का डाटा संग्रहित कर निष्कर्ष निकालें। इससे गांव में निहित संभावनाओं का भी पता लगेगा। मुख्यमंत्री ने शिक्षकों से कहा कि आपका कार्यकाल जितना यादगार होगा, लोग आपको स्मरण करेंगे।