प्रयागराज
• चपरासी आदि के 1558 पदों के लिए 25.47 लाख आवेदन
देशभर में बेरोजगारी का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है और सरकारी विभागों में पदों की संख्या घटती जा रही है। निजी क्षेत्र में रोजगार के साधन सीमित हैं, जो हैं भी उनमें सामाजिक सुरक्षा नहीं है। ऐसे में अधिकतर युवाओं का रुझान सरकारी नौकरी की तरफ है। आलम यह है कि कुछ सौ पदों के लिए लाखों आवेदन आ रहे हैं। यही नहीं, हाईस्कूल स्तर की पढ़ाई से मिलने वाली चपरासी, अनुचर, दफ्तरी जैसी नौकरी के लिए बीटेक, एमटेक, बीएससी, एमएससी वालों ने बड़ी संख्या में आवेदन किए हैं। इन्होंने उच्च तकनीकी शिक्षा ग्रहण की, लेकिन रोजगार न मिलने के कारण चपरासी जैसे पद पर भी नौकरी करने को तैयार हैं।
कर्मचारी चयन (एसएससी) की और से केंद्र सरकार के विभागों और मंत्रालयों में मल्टी टास्किंग स्टाफ (एमटीएस) परीक्षा से चपरासी, अनुचर, दफ्तरी आदि के 1198 पदों और सेंट्रल बोर्ड आफ इनडायरेक्ट टैक्स एंड कस्टम (सीबीआइएन) एवं सेंट्रल ब्यूरो आवेदन आफ नारकोटिक्स (सीबीएन) में हवलदार के 360 पदों पर भर्ती होनी
है। इसके लिए योग्यता हाईस्कूल निर्धारित की गई थी। 30 जून से 21 जुलाई 2023 तक आवेदन लिया गया। देशभर से 25,47,333 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया। इसमें से एसएससी मध्य क्षेत्र (यूपी और बिहार ) से 7, 99, 504 आवेदन आए। चयन के लिए एक परीक्षा होती है, आयोग जो एक से 14 सितंबर तक कराई जा चुकी है। कहीं और रोजगार न मिलने के कारण यूपी व बिहार के उच्च शिक्षित युवा भी इस पद के लिए कतार में खड़े हैं। यूपी और बिहार के हाईस्कूल पास 1,16,092 अभ्यर्थियों के आवेदन आए, जबकि 6,83, 412 अन्य उच्च शिक्षित अभ्यर्थियों के हैं। इसकी परीक्षा में कई अभ्यर्थियों ने साल्वर बैठाने का
यूपी बिहार से उच्च शिक्षित युवाओं के आवेदन
• इंटरमीडिएट 4,23,910
• डिप्लोमा 9,820
• बीए, एमए 1,13,584
• बीएससी, एमएससी
85,665
• बीकाम, एमकाम
13,911
• बीटेक और बीई 11,110.
• एमटेक और एमई 280
• एमबीए 790
• एलएलबी, एलएलएम 457
बीएड और एमएड 4,484
प्रयास किया था। 14 साल्वर परीक्षा के दौरान पकड़े गए थे।