छात्रा को कक्षा में बंद मामले में प्रधानाध्यापक समेत दो शिक्षक निलंबित
पडरौना। दुदही क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय रामपुरपट्टी के बकुलहवा टोला में शनिवार को कक्षा एक की जो छात्रा कमरे में बंद हो गई थी, उस मामले में बेसिक शिक्षा विभाग ने कड़ी कार्रवाई की है। प्रधानाध्यापक सहित दो शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। इसकी जांच बीईओ को सौंप दी गई है। उन्हें जांच पूरी कर रिपोर्ट सौंपने के लिए 15 दिनों की मोहलत दी गई है। उधर, छात्रा ने बताया कि पढ़ाई के दौरान उसे नींद आ गई थी, जिससे वह सो गई। नींद टूटी तो सभी लोग जा चुके थे। खुद को कमरे में अकेले पाकर रो रही थी। काफी देर बाद स्कूल का कमरा खुला तो पिता घर ले गए।
दुदही विकास खंड के रामपुर पट्टी निवासी मुसरफ अंसारी की छह वर्षीय पुत्री गुलबसा गांव के प्राथमिक विद्यालय में कक्षा एक में पढ़ती है। शनिवार को गुलबसा पढ़ने विद्यालय गई थी। दोपहर दो बजे छुट्टी होने के बाद सभी बच्चे घर चले गए थे, लेकिन गुलबसा नहीं गई थी। वह कमरे में ही बंद रह गई थी।
स्कूल के सभी शिक्षण कक्ष और मुख्य गेट को बंद कर शिक्षक घर चले गए। छुट्टी के करीब एक घंटे बाद भी बच्ची घर नहीं पहुंची, तो परिजन खोजते हुए विद्यालय के पास पहुंचे। वहां विद्यालय से बच्ची की रोने की आवाज सुनाई दी। पास गए तो देखा कि उनकी बेटी कक्षा में बंद है परिजनों ने अध्यापक को सूचना दी। अध्यापक ने रसोइया को भेजकर ताला खुलवाया और बच्ची को कक्ष से बाहर निकला।
इसे गंभीरता से लेते हुए बीएसए डॉ. रामजियावन मौर्या ने दुदही देवमुनि वर्मा को जांच कर तत्काल रिपोर्ट मांगी। उनकी जांच में प्रधानाध्यापक रमाशंकर सिंह यादव घटना के दिन दोपहर 12 बजे से ही बिना अधिकारियों की सूचना दिए स्कूल से चले गए थे। बीईओं की संस्तुति पर बीएसए ने प्रधानाध्यापक रमाशंकर सिंह यादव और सहायक अध्यापक अशोक सोनकर समेत दो को निलंबित कर दिया गया। इस पूरे मामले की जांच के लिए विशुनपुरा बीईओ हिमांशु को सिंह को जांच अधिकारी नामित कर 15 दिवस के भीतर जांच आख्या उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
छात्रा बोली
गुलबसा ने बताया कि शनिवार को पढ़ाई के दौरान उसे नींद लग गई। वह कक्षा में ही सो गई थी। नींद टूटी तो सभी लोग जा चुके थे। दौड़कर कमरा खोलने गई, लेकिन नहीं खुला। खुद को अकेले पाकर रोने लगी। उसे अकेले कमरे में डर लग रहा था। बाद में दरवाजा खुला तो अब्बा को पाया।