टैबलेट पहुंचे, ऑन करने की अनुमति नहीं
• 1 नवंबर से पायलट प्रोजेक्ट के तहत टैबलेट से जुड़ी गाइडलाइन और दिशा निर्देश जारी किए जाएंगे
लखनऊ अमृत विचार : राजधानी के सरकारी विद्यालयों में टैबलेट पहुंच चुके हैं लेकिन अभी इन्हें ऑन करने की अनुमति नहीं दी गई है। इसके चलते शिक्षकों व बच्चों की ऑनलाइन हाजिरी भी अभी इस माह नहीं लगेगी।
1 नवंबर से पायलट प्रोजेक्ट के तहत टैबलेट से जुड़ी गाइडलाइन और दिशा निर्देश जारी किए जायेंगे। इसके बाद इनको शुरू किया जायेगा। इसके दो सप्ताह बाद करीब टैबलेट पर पूरी तरह से कार्य शुरू हो जायेगा। इसमें बच्चों की नियमित उपस्थिति का ब्योरा साथ में शिक्षकों की भी हाजिरी लगेगी। शिक्षकों का इसका प्रशिक्षण भी दिया जायेगा
ताकि कार्य में आसानी हो सके।
बेसिक शिक्षा अधिकारी अरुण कुमार ने बताया कि राजधानी में कुल 1618 प्राइमरी और जूनियर विद्यालय हैं। इसमें 1250 से अधिक विद्यालय में टैबलेट भेजे गये हैं। प्रत्येक विद्यालय में दो-दो टैबलेट इस्तेमाल होंगे इसमें एक प्रधानाध्यापक और दूसरा सहायक अध्यापक के पास रहेगा। टैबलेट
की सुरक्षा की भी जिम्मेदारी दोनों शिक्षकों की तय की गई है।
अब पता चलेगी बच्चों की वास्तविक संख्या
टैबलेट के आने के बाद बच्चों की नियमित वास्तविक उपस्थिति पता चल सकेगी। इसी उपस्थिति के आधार मध्यान्ह भोजन का बजट भी जारी होगा। हालांकि राजधानी में निजी संस्था अक्षय पात्र की ओर से भोजन परोसा जाता है। लेकिन अन्य जिलों में विद्यालय में प्रधानाध्यापक और प्रधान के सहयोग से भोजन परोसा जाता है। इसमें कई बार बच्चों की अधिक उपस्थिति भी दर्ज करने की शिकायतें आती रही हैं। लेकिन अब ऐसा नहीं चल पायेगा ।