नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत तैयार किए जा रहे नए पाठ्यक्रम को स्कूली शिक्षा में बड़े गेमचेंजर के रूप में देखा जा रहा है। यह कब से और कैसे लागू होगा, इसको लेकर लोगों में काफी उत्सुकता है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने स्कूलों में इसके अमल का पूरा रोडमैप सामने रखा। उन्होंने बताया कि वैसे तो अगले शैक्षणिक सत्र यानी 2024-25 से अमल शुरू हो जाएगा। यह दो चरणों में लागू होगा।
पहले चरण में इसे छह कक्षाओं तीसरी, चौथी, पांचवीं छठी, नौवीं और ग्यारहवीं में लागू किया जाएगा। दूसरे चरण में 2025 – 26 के शैक्षणिक सत्र में इसे बाकी चार कक्षाओं सातवीं, आठवीं, दसवीं और बारहवीं में लागू किया जाएगा।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री प्रधान मंगलवार को नए स्कूली पाठ्यक्रम सहित शिक्षा सुधार को लेकर दैनिक जागरण के साथ चर्चा कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि पाठ्यक्रम तैयार किया जा रहा है। अगले दो वर्षों में इसे पूरी तरह से लागू कर दिया जाएगा। नए पाठ्यक्रम को लागू करने की शुरूआत केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से होगी । इसे राज्य भी लागू कर सकते हैं।
नए पाठ्यक्रम के तैयार होते ही राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) तुरंत ही इसे राज्यों के राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) को भेज देगा। बड़ी संख्या में पुस्तकें तैयार करने के सवाल पर प्रधान ने कहा कि एनसीईआरटी यह काम हर साल करती है। नई पाठ्यपुस्तकें तैयार करने में कोई दिक्कत नहीं आएगी।