संयुक्त मंच ने निकाली मौन डांडी पदयात्रा, वोट की चोट की दी चेतावनी
बलरामपुर पुरानी पेंशन बहाली की मांग जोर पकड़ रही है। शुक्रवार को पुरानी पेंशन योजना बहाली संयुक्त मंच के बैनर तले शिक्षकों, कर्मचारियों व अधिकारियों ने मौन धारण करते हुए प्रदर्शन किया। बिना मुंह से एक शब्द कहे शिक्षकों एवं कर्मियों ने पुरानी पेंशन की आवाज बुलंद की।
मंडलीय संयोजक दिलीप चौहान ने कहा कि पेंशन की लड़ाई में मंच अपना दायित्व बखूबी निभा रहा है। पूर्व में जनपद स्तर से लेकर राजधानी व केंद्र तक धरना प्रदर्शन कर चुका है, जिसमें देश भर के लाखों लाख कर्मचारियों व शिक्षकों ने अपनी ताकत से सरकार को हिलाने का काम किया है। फिर भी सरकार पुरानी पेंशन के मुद्दे पर मौन धारण किए है। इसका जवाब देने के लिए केंद्रीय नेतृत्व ने शारदीय नवरात्र के पावन अवसर पर सरकार को उसी की भाषा में जबाब देने के लिए मौन व्रत कर धरना व पदयात्रा का आयोजन किया है।
प्रदर्शन में शामिल शिक्षक मुंह पर मास्क व सफेद पट्टी बांधकर नार्मल स्कूल से आजाद पार्क पर पहुंचे। यहां धरना देने के बाद वीर विनय चौराहा तक मौन डांडी पदयात्रा निकाली। कार्यक्रम संयोजक तुलाराम गिरि ने कहा कि 2024 का चुनाव नजदीक है। सरकार पुरानी पेंशन बहाली में अब और हीलाहवाली न
करें। अन्यथा हम सब व हमारा परिवार मिलकर 2024 में वर्तमान सरकार को वोट की चोट अहसास कराएंगे। अब वही देश पर राज करेगा, जो पुरानी पेंशन बहाली की बात करेगा।
जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के मंडलीय मंत्री अरुण यादव ने कहा कि यदि सरकार जल्द पेंशन बहाल नहीं करती है, तो केंद्रीय नेतृत्व के फैसले पर हम सब भारत बंद हड़ताल करने को मजबूर होंगे। डिप्लोमा इंजीनियर संघ के अध्यक्ष बनारसी राम, पूर्व सचिव एसके मेहता, जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ जिला अध्यक्ष कमरुद्दीन अंसारी, प्राथमिक संघ जिलाध्यक्ष अजय प्रताप सिंह, विशिष्ट बीटीसी शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार शुक्ल उपस्थित रहे।