लखनऊ। स्कूल छोड़ने और घर लाने का जिम्मा संभालने वाले ऑटो ड्राइवर ने आठवीं की छात्रा को नशीला पदार्थ पिला कर बेहोश किया और सूनसान जगह ले जाकर दुष्कर्म किया। धमकी भी दी जिससे वह गुमसुम रहने लगी। मां ने शक के आधार पर बेटी से कई बार पूछा तो उसने ड्राइवर की करतूत बताई। इस पर सोमवार को पीजीआई कोतवाली में दुराचार और पॉक्सो एक्ट की धारा में एफआईआर दर्ज कराई गई। पुलिस ने आरोपी इसरार को गिरफ्तार कर लिया।
एक अपार्टमेंट में रहने वाली 13 वर्षीय किशोरी निजी स्कूल में आठवीं की छात्रा है। पिता बाहर नौकरी करते हैं। तीन महीने पहले मां ने पीजीआई इलाके के खलीलाबाद निवासी ऑटो ड्राइवर इसरार अहमद को उसे स्कूल पहुंचाने और लाने का जिम्मा सौंपा। पीड़िता के मुताबिक 30 सितंबर को स्कूल से लौटते वक्त इसरार ने ऑटो में छेड़छाड़ की पर वह कुछ समझ नहीं सकी। इसलिए किसी से चर्चा नहीं की। दो-तीन दिन बाद स्कूल से लौटते वक्त रास्ते में नशीला पदार्थ मिलाकर कोल्ड ड्रिंक पिला दी। फिर चिरैयाबाग के पास सुनसान जगह ले जाकर दुराचार किया। इससे वह बेसुध हो गई। सामान्य होने पर इसरार ने किसी को नहीं बताने के लिए धमकाया।
मां! ड्राइवर अंकल बहुत गंदे हैं…
मां के अनुसार बेटी कई दिनों से गुमसुम थी। पढ़ाई में उसका मन नहीं लग रहा था। इस पर शंका हुई। कई बार पूछने पर छात्रा फफक पड़ी। बोली, मां… ड्राइवर अंकल बहुत गंदे हैं। कुरेदने पर बताया कि इसरार ने उसके साथ दुराचार किया है। यह सुन कर मां परेशान हो गई। पति को फोन पर बताया। सोमवार को पीजीआई कोतवाली पहुंचीं और इसरार के खिलाफमुकदमा दर्ज कराया। इंस्पेक्टर बृजेश चंद्र तिवारी ने बताया कि इसरार उर्फ अन्ना को पकड़ा गया है। छात्रा का मेडिकल चेकअप कराने के साथ ही जल्द ही बयान दर्ज किया जाएगा।
बच्चों को लेकर ये सावधानियां बरतें
● ऑटो ड्राइवर या रिक्शा चालक के बारे में पूरी जानकारी जुटा कर ही बच्चों को भेजें
● ड्राइवर का पता और मोबाइल नम्बर अपने पास रखें
● संभव हो तो स्कूल से अनुबंधित बस या ऑटो से ही अपने बच्चों को भेजें
● बच्चों से ड्राइवर के व्यवहार के बारे में समय-समय पर पूछें
● अगर बच्चे के व्यवहार में परिवर्तन दिखे तो वजह जानने की कोशिश जरूर