सीतापुर रेउसा के खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) रामजनक वर्मा के सीयूजी नंबर से प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका को भेजे गए अश्लील मैसेज व फोटो का मामला तूल पकड़ रहा है। शिक्षिका की शिकायत के बाद शिक्षक को निलंबित कर दिया गया था, लेकिन बीईओ पर कार्रवाई नहीं हुई। फिलहाल बीईओ की भूमिका भी जांच के दायरे में हैं। बीएसए ने प्रकरण की जांच रामपुर मथुरा के बीईओ नवीन पटेल को सौंपी है।
सीयूजी से रात नौ बजे भेजा मैसेज
शिक्षिका ने बीएसए को भेजी शिकायत में कहा है कि 22 सितंबर की रात नौ बजे बीईओ के सीयूजी नंबर से प्राथमिक विद्यालय सिरसा के सहायक अध्यापक ने अपनी फोटो वाट्सएप पर भेजी। मैसेज पर ध्यान नहीं दिया। एक मिनट बाद उक्त शिक्षक ने पुनः सीयूजी नंबर से अश्लील फोटो भेजी। फोन कर शिक्षक से आपत्ति जताई तो उसने उल्टा अपशब्दों के साथ धमकी दी।
बीईओ ने शिकायत पर की गया। हीलाहवाली शिक्षिका ने बीईओ को फोन कर बताया कि आपके सीयूजी नंबर से उक्त शिक्षक उनको अश्लील मैसेज व फोटो भेज रहा है। इसके बाद भी बीईओ ने कार्रवाई का आश्वासन तक नहीं दिया और फोन काट दिया। प्राथमिक शिक्षक संघ के संगठन मंत्री सच्चिदानंद अवस्थी ने भी बीईओ से आपत्ति जताई थी.
कार्रवाई नहीं होने पर 30 सितंबर को शिक्षिका ने बीएसए को डाक से शिकायती पत्र भेजा, जिसके बाद उक्त शिक्षक को निलंबित किया रखा.
मामले में फंस रहे बीईओ बीईओ का सीयूजी कोई और प्रयोग कर रहा है तो यह भी गलत है। बीईओ इतने दिन से सरकारी सेवा में हैं। उनको मोबाइल व एप की जानकारी नहीं है। काफी कार्य मोबाइल फोन पर एप के माध्यम होता है। इन हालात में वह इतने दिन से वह काम कैसे कर
रहे थे.
शक के दायरे में बीईओ की भूमिका
बीईओ राम जनक वर्मा ने बचाव में तर्क दिया था कि जरूरी कार्य से शिक्षक को बीआरसी बुलाया था। मोबाइल फोन पर कुछ जानकारी ली थी, इस दौरान शिक्षक ने मैसेज भेजे। बहरहाल, सवाल यह है कि रात में नौ बजे शिक्षक के पास सीयूजी कैसे पहुंचा। कहीं, शिक्षक को बलि का बकरा को नहीं बनाया जा रहा। आरोपित शिक्षक को बीईओ का करीबी बताया जाता है। विद्यालयों के निरीक्षण से लेकर बीआरसी तक वह साथ रहता था, जबकि बीएसए ने अकेले निरीक्षण करने के निर्देश बीईओ को दे रखे हैं।
रेउसा का प्रकरण गंभीर है।
बीईओ के सीयूजी से शिक्षक ने मैसेज भेजे थे। आरोपित शिक्षक को निलंबित कर दिया है। बीईओ की भूमिका पर भी नजर है, मामले की जांच चल रही है। बयान व जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई तय होगी। -अखिलेश प्रताप सिंह, वीएसए