बागपत, विभागीय सूचनाओं में मोबाइल पर उलझे रहने वाले गुरुजी अब टैबलेट के बटन दबाएंगे। बेसिक शिक्षा परिषद के द्वारा जिले में 1500 से भी ज्यादा टैबलेट भेजे जा रहे हैं, जो कंपोजिट एवं प्राथमिक स्कूलों में दिए जाएंगे। इन टैबलेट के आने के बाद में स्कूलों के छात्रों की हाजिरी भी ऑनलाइन लगा करेगी।
सरकार द्वारा परिषदीय स्कूलों में अधिकांश कार्य को अब ऑनलाइन किया जा रहा है। शिक्षकों की लीव एप्लीकेशन के साथ में अन्य सभी कार्य पहले ही ऑनलाइन किए जा चुके हैं। इन सभी कार्यों को शिक्षकों को मोबाइल पर एप के माध्यम से करना पड़ता है। सरकार का पूरा जोर निपुण भारत पर है। इसके लिए प्राथमिक एवं कंपोजिट स्कूलों में टैबलेट भी सरकार द्वारा भेजे जा रहे हैं। बागपत जिले को 1500 के करीब टैबलेट मिलने की संभावना है। कुछ स्कूलों को दो एवं कुछ को एक टैबलेट सरकार ने आवंटित करते हुए जिले में सूची भी भेज दी है। इधर गुरुजी परेशान हैं, अब तक मोबाइल पर ही सूचनाएं देते-देते परेशान थे। अब टैबलेट आने के बाद में छात्रों की हाजिरी भी ऑनलाइन तथा तय वक्त पर लगानी होगी।
गांवों में कैसे चलेगा नेट
इधर गुरुजी इसलिए भी परेशान हैं कि दूर-दराज के गांवों में जहां नेटवर्क की समस्या है, वहां पर टैबलेट कैसे चला पाएंगे। कई स्कूल ऐसे हैं, जहां मोबाइल पर भी इंटरनेट के लिए गुरुजी को इधर-उधर भागना पड़ता है। बीते दिनों निपुण असेस्मेंट टेस्ट की कॉपियां अपलोड करनी थी तो कई शिक्षकों ने घर पर आकर उन्हें अपलोड किया, क्योंकि स्कूल में मोबाइल से कार्य नहीं हो पा रहा था।
लेट आने वाले शिक्षकों की बढ़ेंगी परेशानी
टैबलेट के साथ में क्या-क्या नए कार्य होंगे, इसको लेकर भी शिक्षक परेशान हैं। टैबलेट में अगर बच्चों की हाजिरी स्कूल से ही ऑनलाइन लगाए जाने की व्यवस्था होगी तो उन शिक्षकों की नींद उड़ जाएगी, जो अक्सर देर से स्कूल पहुंचते हैं। ऑनलाइन हाजिरी से भी शिक्षकों की स्कूल में उपस्थिति का पता चल जाएगा।
स्कूलों में परिषद द्वारा टैबलेट भेजे जा रहे हैं, ताकि छात्रों को बेहतर शिक्षा मिल सके। निपुण भारत के तहत निपुण बनाने का कार्य भी अच्छी तरह से हो सके। हाजिरी भी ऑनलाइन लगेगी।
पुष्पेंद्र कुमार, एबीएसए बागपत