शाहजहांपुर, यूपी के परीषदीय विद्यालयों में स्मार्ट क्लास शुरू कराने को लेकर बेसिक शिक्षा विभाग जोरों से लगा हुआ है, लेकिन इस सबके बीच में विभाग को चिंता स्मार्ट क्लास के उपकरणों की सुरक्षा की अधिक है। इस वजह से ही विभाग ने स्मार्ट क्लास के उपकरणों की सुरक्षा को लेकर कड़े दिशा निर्देश जारी किए हैं।
बेसिक शिक्षा विभाग के डीजी विजय किरन आनंद ने प्रदेश के सभी जिलों के बीएसए को इस संबंध में पत्र भेजा है, जिसमें कहा गया है कि अगर स्मार्ट क्लास के उपकरण चोरी हुए तो उसकी जवाबदेही स्कूल से पास में रहने वालों की भी होगी।
परिषदीय स्कूलों से अब गैस सिलेंडर चोरी के मामले बेहद कम हुए हैं, लेकिन नया सिरदर्द शुरू हो गया है। विभाग स्कूलों में शासन स्मार्ट क्लास शुरू करने जा रहा है, लेकिन स्मार्ट क्लास शुरू होने से पहले उसके उपकरणों की सुरक्षा की चिंता की जा रही है।-सुरक्षा को लेकर बेसिक शिक्षा विभाग के डीजी ने स्मार्ट क्लास के उपकरणों की सुरक्षा को निर्देश जारी किए गए हैं। जिसके तहत स्मार्ट क्लास में मजबूत दीवार पर टीवी लगे, खिड़कियों में लोहे की ग्रिल, लोहे के दरवाजे, डबल इंटरलाकिंग जरूरी है। मजबूत कुंडिया लगाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही कहा गया है कि स्कूल का मेन गेट अब कामचलाऊ नहीं, मजबूत लोहे का होना चाहिए। स्कूल में सुरक्षा को लेकर अब जिम्मेदारी शिक्षामित्र, रसोइयां, पास में रहने वालों पर भी होगी, उनकी जवाबदेही होगी। अगर स्मार्ट क्लास के उपकरण चोरी हुए तो प्रधानाध्यापक के साथ प्रधान को भी एफआईआर कराने जाना होगा
स्मार्ट क्लास से संबंधित उपकरण ग्राम पंचायत के संपत्ति रजिस्टर और स्कूल के स्टाक रजिस्टर में दर्ज होंगे। रजिस्टर में केवल प्रधानाध्यापक ही नहीं, प्रधान और प्रबंध समिति के अध्यक्ष के भी हस्ताक्षर कराए जाएंगे।