कारोबारी के बेटे की हत्या शिक्षिका के प्रेमी के घर से मिला शव
शिक्षिका, प्रेमी व फिरौती का पत्र पहुंचाने गए युवक को गिरफ्तार
कानपुर: कपड़ा कारोबारी मनीष कनोडिया के 17 वर्षीय बेटे कुशाग्र की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई। सोमवार शाम को वह कोचिंग के लिए निकला था। रात नौ बजे 30 लाख रुपये की फिरौती का पत्र आने पर परिवार को अपहरण की जानकारी हुई थी। पुलिस ने रात में ही कुशाग्र को ट्यूशन पढ़ा चुकी शिक्षिका और उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो सच सामने आया। पुलिस ने मंगलवार तड़के शिक्षिका के प्रेमी के घर से कुशाग्र का शव बरामद कर लिया। प्रेमी ने स्वीकारा कि फिरौती की चाहत और प्रेमिका से संबंधों के शक में उसने कुशाग्र को मार डाला। आरोपितों ने कुशाग्र के स्वजन और पुलिस का ध्यान भटकाने के लिए फिरौती के पत्र में अल्लाह हो अकबर लिखा। पुलिस को आरोपितों तक पहुंचाने मैं अपार्टमेंट के गार्ड ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसने फिरौती का पत्र देने आए युवक की स्कूटी का नंबर नोट कर लिया था।
जयपुरिया स्कूल में हाईस्कूल का छात्र कुशाग्र अपने घर रायपुरवा के आचार्य नगर स्थित अपार्टमेंट से सोमवार शाम चार बजे स्वरूपनगर में कोचिंग जाने के लिए निकला था। आठ बजे तक वह वापस नहीं आया। मां और भाई ने फोन किया तो उसका नंबर स्वीच आफ बता रहा था । स्वजन ने पुलिस को सूचना दी। रात नौ बजे स्कूटी से एक युवक आकर घर पर फिरौती का पत्र डाल गया, जिसमें 30 लाख रुपये मांगे गए। युवक जिस स्कूटी से आया उसी से कभी कुशाग्र को ट्यूशन पढ़ाने वाली शिक्षिका रचिता वत्स
आती थी । अपार्टमेंट के गार्ड राजेंद्र ने स्कूटी का नंबर नोट कर लिया, जिसके सहारे पुलिस रचिता
तक पहुंची। हिरासत में लेकर उससे पूछताछ के बाद होमगार्ड सुनील कुमार शुक्ला के पुत्र प्रभात शुक्ला उर्फ शिवम से पूछताछ की। हत्या की बात स्वीकारने के बाद पुलिस ने उसके घर से बाहर छोटी सी कोठरी से कुशाग्र का शव बरामद कर लिया। हाथ- पैर बंधे थे, रस्सी से गला घोंटकर हत्या की गई थी। पुलिस ने फिरौती का पत्र पहुंचाने वाले प्रभात के पड़ोसी आर्यन गुप्ता को भी गिरफ्तार कर लिया। डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार मुताबिक साजिश में शामिल रचिता भी घटनाक्रम के वक्त प्रभात के घर में थी। प्रभात ने पूछताछ में बताया कि वह रचिता से शादी करना चाहता था और उसे पैसों की जरूरत थी ।
आरोपितों की पिटाई
पुलिस अभिरक्षा में सीएमएम कोर्ट में ले जाने के दौरान गुस्साए वकीलों ने गिरफ्तार तीनों आरोपितों को की पिटाई कर दी, जिसके बाद कचहरी से उनको कड़ी सुरक्षा में जेल भेजा गया।
• फिरौती के लिए पत्र भेजने से पहले ही कुशाग्र को गला घोटकर मार डाला गया
बोला आरोपित, फिरौती की रकम व प्रेमिका से संबंधों के शक में मार डाला
• पुलिस को भ्रमित करने के लिए फिरौती के पत्र पर लिखा अल्लाह हो अकबर