वाराणसी, । मदरसों के बच्चों को उर्दू, अरबी और फारसी के साथ-साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), डाटा साइंस व कोडिंग पढ़ाई जाएगी। इसके लिए सप्ताह में एआई की कम से कम दो कक्षाएं चलेंगी। ताकि मदरसों के बच्चे दीनी तालीम के साथ टेक्नोलॉजी का भी ज्ञान लें। यह बातें अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी ने शनिवार को सर्किट हाउस में मदरसा शिक्षकों के साथ बैठक में कहीं।
उन्होंने कहा कि मदरसा शिक्षा परिषद से संचालित कामिल (बीए), फाजिल (एमए) जल्द लखनऊ के ख्वाजा मोईनुद्दीन भाषा विश्वविद्यालय संबंद्धता दी जाएगी। सरकार की मंशा है कि जिसे मौलवी बनना हो वह बनें, लेकिन जो छात्र-छात्राएं डॉक्टर या इंजीनियर बनना चाहते हैं। वह भी अपने सपने साकार कर सकें। सरकार मुसलमानों को तालीम से जोड़ने के लिए ईमानदारी से प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि मदरसा के बच्चे खेलो इंडिया अभियान में भाग लेंगे। इस दौरान मदरसों के आधुनिक शिक्षकों ने पिछले पांच साल से केंद्र सरकार से फंड नहीं मिलने की शिकायत की। इस पर उन्होंने कहा कि जल्द समस्या का समाधान होगा।
बुनकरों से मिले राज्यमंत्री अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री दानिश अंसारी ने शनिवार को काजीसादुल्लापुरा स्थित एक निजी स्कूल में बुनकरों के साथ बैठक की। बुनकरों ने मंत्री से कहा कि हम मंदी की मार झेल रहे हैं। नए फ्लैट रेट से बिजली बिल की वसूली से हम लोगों को नुकसान हो रहा है। बुनकरों ने कहा कि मकान में कामर्सियल टैक्स लिया जा रहा है। इस पर राज्यमंत्री दानिश अंसारी ने कहा कि जो भी समस्या है उसे मुख्यमंत्री से अवगत कराउंगा।