शाहजहांपुर। स्टेट एजुकेशनल अचीवमेंट सर्वे शुक्रवार को जिले के 1114 विद्यालयों में हुआ। इसके लिए अध्यापकों को सर्वे कार्य में लगा दिया गया और विद्यालय रसोइयों के हवाले कर दिए गए। इसकी वजह से विद्यालयों में विद्यार्थी कम संख्या में पहुंचे। जहां पहुंचे भी तो वहां पढ़ाई चौपट रही।
सर्वे के लिए जिन विद्यालयों के अध्यापकों की ड्यूटी लगाई गई, वह बंद न रहें इसके लिए बीएसए रणवीर सिंह ने निर्देश जारी किए थे। इसके तहत रसोइयों को विद्यालय खोलना था। निर्देश के क्रम में शुक्रवार को रसोइयों ने परिषदीय विद्यालय खोले लेकिन विद्यार्थी नाम मात्र को पहुंचे।
इनमें नगर क्षेत्र का प्राथमिक विद्यालय लोदीपुर, प्राथमिक विद्यालय अहमदपुर, प्राथमिक विद्यालय फतेपुर रेती, प्राथमिक विद्यालय ख्वाजा फिरोज, प्राथमिक विद्यालय पुख्ता तालाब, प्राथमिक विद्यालय तारीन टिकली प्रथम, प्राथमिक विद्यालय तारीन टिकली द्वितीय, प्राथमिक विद्यालय महमंद जलालनगर, प्राथमिक विद्यालय हाथीथान प्रथम, प्राथमिक विद्यालय हाथीथान द्वितीय, प्राथमिक विद्यालय पुलिस लाइन, प्राथमिक विद्यालय दिलाजक प्रथम, प्राथमिक विद्यालय जलालनगर, प्राथमिक विद्यालय बिजलीपुरा, प्राथमिक विद्यालय बाबूजई प्रथम, प्राथमिक विद्यालय भारतद्वाजी प्रथम, प्राथमिक विद्यालय बाबूजई द्वितीय, कंपोजिट विद्यालय रोशनगंज शामिल रहे।
इनकी पड़ताल करने पर प्राथमिक विद्यालय पुख्ता तालाब व प्राथमिक विद्यालय तारीन टिकली प्रथम एक ही स्थान पर चलते मिले। इन विद्यालयों में पांच विद्यार्थी पढ़ रहे थे। जबकि दोनों विद्यालयों में कुल विद्यार्थियों की संख्या 50 से अधिक है। इन विद्यालयों को एकमात्र शिक्षक मुख्तार अहमद संभालते हैं।
सर्वे के चलते उनकी ड्यूटी दूसरे विद्यालय में लगने के कारण ब्लॉक भावलखेड़ा के शहबाजपुर स्थित विद्यालय की शिक्षिका नीतू गुप्ता व कटिया कम्मू की शिक्षिका फराह को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। प्राथमिक विद्यालय तारीन टिकली द्वितीय में दो कक्षाओं के मात्र नौ विद्यार्थी ही उपस्थित मिले, जबकि कुल विद्यार्थी 58 नामांकित हैं।
यहां पर ब्लॉक भावलखेड़ा के प्राथमिक विद्यालय सिडरा के दो शिक्षक विधु शेखर तथा नर्मदा कुमारी बच्चों को पढ़ाती मिलीं। इसी तरह से प्राथमिक विद्यालय लोदीपुर में कक्षा एक से पांच तक के कुल पांच बच्चे ही उपस्थित थे। यहां पर विद्यालय संचालन की जिम्मेदारी संभाल रहे कंपोजिट विद्यालय हथौड़ा बुजुर्ग के शिक्षक प्रशांत त्रिपाठी ने बताया कि उन्हें नामांकित विद्यार्थियों का रजिस्टर उपलब्ध नहीं करवाया गया।
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सर्वे के कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसीलिए दूसरे स्कूलों के शिक्षकों को संचालन की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। नगर क्षेत्र के सभी विद्यालय खुले रहे। विद्यार्थियों की संख्या कम जरूर हो सकती है।
– रणवीर सिंह, बीएसए