यह भी मामला लंबित
69000 शिक्षक भर्ती में सुप्रीम कोर्ट ने शैक्षिक परिभाषा गलत पाए जाने पर 9 नवम्बर 2022 को एक अंक बढ़ाते हुए कोर्ट की शरण में आए हुए अभ्यर्थियों को मेरिट के आधार पर चयन करने का अंतिम आदेश दिया था। आदेश के एक साल भी जाने के बाद एक अंक से नियुक्ति से वंचित अभ्यर्थियों का ईको गार्डन में 91 दिनों से धरना जारी हैं। दुर्गेश शुक्ला ने बताया कि बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल को पात्र पाए गए 2249 अभ्यर्थियों की अंतिम कट ऑफ निर्धारित कर चयन सूची जारी करना शेष रह गया है। जिसमें लगभग हजारों लोगों का चयन होना है
69000 शिक्षक भर्ती अभ्यर्थियों ने सोमवार को लखनऊ में भाजपा कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पिछड़ों के नाम पर उनसे वोट तो ले लिया जाता है पर हक नहीं दिया जाता।
69000 शिक्षक भर्ती में नियुक्ति से वंचित आरक्षण प्रभावित अभ्यर्थियों ने सोमवार को लखनऊ में भाजपा कार्यालय का घेराव किया और नियुक्ति दिलाने की मांग करते हुए नारेबाजी की।
अभ्यर्थियों ने कहा कि पिछले तीन साल से वह भटक रहे हैं। सरकार से लेकर पिछड़ा वर्ग आयोग भी मान चुका है कि उनका हक मारा गया है। सरकार ने 6400 अभ्यर्थियों की सूची भी तैयार की थी लेकिन कुछ नहीं हुआ।
अभ्यर्थियों ने कोर्ट से निरस्त सूची के बाद समायोजन की मांग की है। उन्होंने कहा कि वह भाजपा कार्यालय के बाहर इसलिए आए हैं कि पिछड़ों के नाम पर वोट तो लिया जाता है लेकिन उनका हक नहीं दिया जाता। अभ्यर्थियों का नेतृत्व विजय यादव ने किया।
➡69 हजार शिक्षक अभ्यर्थियों का प्रदर्शन
➡बीजेपी प्रदेश कार्यालय पहुंचे शिक्षक अभ्यर्थी
➡BJP ऑफिस के सामने प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थी
➡मौके पर सुरक्षा को लेकर पुलिस फोर्स तैनात.
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