● डीएलएड प्रशिक्षु करेंगे आकलन, 75 फीसद छात्रों का निपुण होना जरूरी
● राज्य परियोजना रोस्टर बना आवंटित करेगी स्कूल, शिक्षकों का होगा सम्मान
अचीवमेंट सर्वे के बाद में अब एआरपी एवं संकुल शिक्षक के कार्य के आंकलन की तैयारी विभाग कर रहा है। नवंबर में एआरपी द्वारा चयनित दस स्कूलों एवं संकुल शिक्षक के स्कूल में निपुण लक्ष्य के आधार पर बच्चों के हिंदी एवं गणित में दक्षता का आंकलन कराए जाने के आदेश परियोजना ने जारी किए हैं।
निपुण लक्ष्य पर विशेष जोर दिया जा रहा है, ताकि परिषदीय स्कूलों के छात्र हिंदी एवं गणित में कमजोर न रहें। एआरपी को दस स्कूलों को निपुण करने का लक्ष्य दिया था, अब इन स्कूलों में बच्चों की दक्षता का आंकलन किया जाएगा। नवंबर में ही होने वाले इस आंकलन के लिए डीएलएड प्रशिक्षु लगाए जाएंगे। आंकलन राज्य परियोजना कार्यालय की निगरानी में होगा।
इसके लिए राज्य परियोजा से ही रोस्टर तैयार कर डीएलएड प्रशिक्षणों को स्कूल आवंटित किए जाएंगे। प्रशिक्षु एक दिन में दो स्कूलों का भ्रमण करेंगे। चयनित 12 बच्चों में से नौ बच्चे निपुण होने पर कक्षा को निपुण कक्षा घोषित किया जाएगा। निपुण स्कूलों के छात्र एवं शिक्षकों को ब्लॉक एवं जनपद स्तर पर सम्मान किया जाएगा।
एप ही चुनेगा छात्र
एक कक्षा से 12 छात्रों का आकलन डीएलएड प्रशिक्षु करेंगे। इसके लिए इन बच्चों का चयन भी निपुण लक्ष्य एप ही करेगा। इसके द्वारा इन बच्चों के नाम प्रदर्शित किए जाएंगे तथा इस एप पर ही डीएलएड प्रशिक्षु इन बच्चों का आंकलन करेंगे। तीन कक्षाओं में 36 बच्चों का आंकलन होगा। अगर स्कूल में 36 से कम छात्र होंगे तो सभी बच्चों का आंकलन किया जाएगा।
बच्चों की नहीं करेंगे मदद, फ्लाइंग स्क्वायड भी दौड़ेंगे
एआरपी एवं संकुल शिक्षक के आंकलन को पूरी पारदर्शिता से करने पर विभाग का जोर है। इसके लिए डीएलएड प्रशिक्षुओं को पहले ही हिदायत दी जाएगी कि बच्चों को सही जवाब देने में किसी तरह की मदद नहीं करें। स्कूलों में फ्लाइंग स्कवायड भी पहुंचेगी, ताकि पारदर्शिता बनी रहे।
फिरोजाबाद NEWS
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