लखीमपुर खीरी में, जिले के कुछ परिषदीय विद्यालयों को निपुण विद्यालय घोषित किया जाने वाला है। इस मुद्दे पर विभाग एक बड़े अभियान की शुरुआत करने जा रहा है। इस अभियान के अंतर्गत, विद्यालय में अध्यनरत कक्षा एक से तीन तक के बच्चों की बौद्धिक और शैक्षिक क्षमता का मूल्यांकन किया जाएगा। निपुण एप पर, किसी भी छात्र का नाम अचानक प्रदर्शित होगा। इसके बाद, उससे सीधे सवाल-जवाब किए जाएंगे।
हाल ही में हुए निपुण टेस्ट के परिणामों को देखते हुए अब जिले के कुछ स्कूलों को निपुण विद्यालय का दर्जा दिया जाएगा। बता दें कि पुराने परिणाम में जनपद की बी रैंक आई थी। इसी से अब सबक लिया गया है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि निपुण एप पर एआरपी द्वारा चयनित विद्यालयों के बच्चों को इसमें शामिल किया जाएगा। एआरपी के दस विद्यालयों में अध्ययनरत 36 यानी कक्षा एक से लेकर तीन के प्रति 12 बच्चों को हिस्सा बनाया जाएगा। इन 36 बच्चों में से किसी का नाम निपुण एप पर प्रदर्शित किया जाएगा।
इसके बाद डीएलएड के प्रशिक्षु बच्चों से सवाल-जवाब करते हुए उनके उत्तर एप पर ही अपलोड करेंगे। टेस्ट के दौरान इस बात का भी ध्यान रखा जाएगा कि सवालों के जवाब में बच्चों की कोई सहायता न करें। इसको लेकर टीम गठित की जाएंगी। डीएलएड प्रशिक्षु दो विद्यालयों का भ्रमण करेंगे, इसके लिए विभाग की तरफ से प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी। इस दौरान बच्चों के शैक्षिक स्तर को परखने के बाद विद्यालय को निपुण विद्यालय का दर्जा दिया जाएगा।
निपुण सम्मान दिवस पर शिक्षक होंगे सम्मानित
बच्चों की बौद्धिक स्तर की परख करने के बाद विद्यालय को निपुण विद्यालय घोषित किया जाएगा। इसके बाद दिसंबर महीने में होने वाले निपुण सम्मान दिवस पर ऐसे विद्यालयों के शिक्षकों का सम्मान करते हुए उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि अभी शुरूआत में दस विद्यालयों को शामिल किया जाएगा। विद्यालय को निपुण का दर्जा मिलने और शिक्षकों का सम्मान होने से अन्य अध्यापक भी प्रेरित होंगे।