बहराइच। समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत जिले के 685 परिषदीय विद्यालयों के छात्र- छात्राओं को कांवेंट विद्यालयों की तर्ज पर अब स्मार्ट क्लास में पढ़ने की सुविधा मिलेगी। शासन से इन विद्यालयों में एलईडी टीवी लगाने की स्वीकृति मिल गई है। विद्यालय चिह्नित होते ही काम एक महीने में शुरू होने की उम्मीद है।
बेसिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत जिले में 2803 प्राथमिक, उच्च प्राथमिक व संविलियन विद्यालय हैं। इन विद्यालयों में 5,33,936 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इनमें 685 स्कूलों के बच्चे कांवेंट स्कूलों की तरह स्मार्ट कक्षाओं में पढ़ाई करेंगे। इसके लिए प्रोजेक्टर, कंप्यूटर, साउंड व टीवी
लगाया जाएगा। इनके जरिए दीक्षा सहित अन्य एप से बच्चों को पढ़ाया जाएगा। सरकार की ओर से पहली बार परिषदीय विद्यालयों में स्मार्ट क्लास बनाने के निर्देश जारी होने पर विभागीय स्तर पर विद्यालयों को चिह्नित करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है।b
विद्यालयों की बढ़ाई जाएगी सुरक्षा
जिन स्कूलों में स्मार्ट क्लास बनेंगी, वहां सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए जाएंगे। इसके लिए दरवाजों और गेट में डबल इंटरलॉक आदि लगवाया जाएगा। खिड़कियां मजबूत रखने के लिए ग्रिल लगाई जाएगी। प्रधानाध्यापक एवं प्रधान पर इन उपकरणों के रखरखाव की जिम्मेदारी होगी।
सीखने के अनुभव को बढ़ाती है स्मार्ट क्लास
बीएसए एआर तिवारी ने कहा कि स्मार्ट क्लास में डिजिटल प्रोजेक्टर, मल्टीमीडिया सामग्री और शैक्षिक सॉफ्टवेयर जैसे डिजिटल संसाधनों को शामिल करके छात्रों के सीखने के अनुभव को बढ़ाती है। इस तकनीक का उद्देश्य छात्रों के लिए एक आकर्षक शैक्षिक वातावरण बनाना है। स्मार्ट क्लास बनने के बाद नौनिहालों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा।
स्वयंसेवी संस्था बनाएगी 100 विद्यालयों को स्मार्ट
जिले के चार ब्लॉकों हुजूरपुर, पयागपुर, तेजवापुर तथा चित्तौरा ब्लॉक के 100 विद्यालयों को मुस्कान ड्रीम फाउंडेशन की ओर से स्मार्ट बनाया जाएगा। इसके लिए संस्था ने सभी ब्लॉकों के 25-25 विद्यालयों को चयनित कर स्मार्ट क्लास बनाने के लिए शिक्षा विभाग को उपकरण उपलब्ध करा दिया है। विभाग विद्यालयों में इन उपकरणों को स्थापित कर रहा है।
जिले के 685 परिषदीय, कंपोजिट व कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में स्मार्ट क्लास चलाया 66 जाएगा। इसमें 585 विद्यालयों में शिक्षा विभाग तथा 100 विद्यालयों में एक स्वयंसेवी संस्था की ओर से स्मार्ट क्लास के लिए प्रोजेक्टर, कंप्यूटर, साउंड एवं टीवी लगाया जाएगा। -एआर तिवारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी