पाठ्यक्रम छोटा किया
राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी के अनुसार, नीट-यूजी के पाठ्यक्रम को सीबीएसई और अन्य स्कूल बोर्डों के तहत बनाए गए पाठ्यक्रम के साथ तालमेल करने के लिए कम कर दिया गया है। मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लेने के लिए इस वर्ष पांच मई को परीक्षा होगी।
नई दिल्ली,। राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा- स्नातक (नीट-यूजी) के लिए बुधवार को पात्रता मानदंड में बदलाव कर दिया।
इसके अनुसार, जिन छात्रों ने मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद अतिरिक्त विषय के रूप में अंग्रेजी के साथ-साथ भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान या जैव प्रौद्योगिकी की पढ़ाई की है, वे नीट-यूजी परीक्षा में बैठने के पात्र होंगे। यह निर्णय उन छात्रों पर भी लागू होगा जिनके आवेदन पहले खारिज कर दिए गए थे। कहा गया कि12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद अतिरिक्त विषय के रूप में जीव विज्ञान और जैव प्रौद्योगिकी या किसी अन्य अपेक्षित विषय का अध्ययन पूरा नहीं किया जा सकता।