बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी के व्यवहार से दुखी जिलेभर के तीनों स्टेट रिसोर्स ग्रुप (एसआरजी) सदस्य और 100 एकेडमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी) में से 90 से अधिक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बीएसए को संबोधित पत्र व्हाट्सएप ग्रुपों पर वायरल है। साथ ही बीएसए का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें वह शिक्षकों से वेतन के रूप में चार साल में लिए गए 40 लाख रुपये रिकवरी की बात कर रहे हैं।
परिषदीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक स्कूलों में पठन-पाठन में सुधार करने और बच्चों को निपुण बनाने के उद्देश्य से जिलों में कार्यरत चुनिंदा शिक्षकों की एसआरजी और एआरपी के रूप में तैनाती की गई है।सामूहिक त्यागपत्र में इन शिक्षकों का कहना है कि एसआरजी व एआरपी के रूप में विभाग के निर्देशों का सदैव निष्ठापूर्वक पालन किया है जिसका प्रतिफल है कि बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकतर पैरामीटर में प्रयागराज पूरे प्रदेश में टॉप टेन में रहा है। लेकिन बीएसए के स्तर से ऑनलाइन व ऑफलाइन बैठकों में कभी पूरी एआरपी टीम को, कभी किसी को व्यक्तिगत तो कभी सामूहिक रूप से अपशब्दों का प्रयोग करते हुए शिक्षकों की मान-मर्यादा को धूमिल किया जा रहा है। इसके अलावा अभी तक प्राप्त वेतन की रिकवरी, पिछले चार साल की स्थाई वेतनवृद्धि रोकने जैसी दंडात्मक कार्रवाई की धमकी भी दी जा रही है। इस व्यवहार से एसआरजी और एआरपी को अपने पदीय दायित्वों के निर्वहन में असुविधा हो रही है।
एसआरजी और एआरपी का इस्तीफा मुझे नहीं मिला है। पूरी टीम गुरुवार की शाम को बैठक में मौजूद थी और शुक्रवार को डायट में प्रशिक्षण के दौरान भी उपस्थित थे। -प्रवीण कुमार तिवारी, बीएसए
● व्हाट्सएप ग्रुपों पर वायरल त्यागपत्र,
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