प्रतापगढ़। बगैर तैयारी के बेसिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत प्रदेश में संचालित परिषदीय विद्यालयों में पढ़ रहे बच्चों के लिए 31 अक्टूबर से 10 नवंबर के अंदर अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं कराने का निर्णय लिया गया है। यह परीक्षाएं विद्यालय स्तर पर प्रधानाध्यापक की देखरेख में 10 नवंबर तक कराई जाएंगी परीक्षा की तैयारी इतनी जल्दी कैसे हो पाएगी इसको लेकर शिक्षक असमंजस में हैं। बेसिक शिक्षा परिषद ने परिषदीय स्कूलों में अर्द्धवार्षिक एवं वार्षिक परीक्षाओं के कार्यक्रम की घोषणा कर दी है। अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं 31 अक्तूबर से 10 नवंबर के बीच एवं वार्षिक परीक्षाएं अगले साल 11 मार्च से आयोजित होंगी। बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा अचानक परीक्षा कार्यक्रम घोषित होने से शिक्षक असमंजस में हैं। 31 अक्तूबर से छमाही परीक्षाएं कराने की घोषणा के बाद हेडमास्टरों के सामने प्रश्नपत्र तैयार करने, मुद्रण कराने की चुनौती होगी। बीएसए की देखरेख में महज कुछ दिनों में प्रश्नपत्रों का निर्माण, मुद्रण, परीक्षा एवं मूल्यांकन का
कार्य कैसे होगा, यह बड़ा सवाल है। सचिव का आदेश जारी होने के बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र सिंह ने भी पत्र निर्गत कर निर्धारित अवधि में अर्धवार्षिक परीक्षा कराए जाने का निर्देश दे दिया है। समस्या यह है कि प्रधानाध्यापक परीक्षा कॉपी तथा पेपर किस मद से खरीदें। बताते हैं कि अभी तक एसएमसी खाते में कंपोजिट ग्रांट भी नहीं पहुंच सकी है। बीएसए भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि प्रधानाध्यापक अपने स्तर से परीक्षा सम्पन्न कराये। शासन की गाइड लाइन आने पर अग्रिम कार्यवाही की जायेगी।
बीएसए ने एबीएसए से मांगी रिपोर्ट: प्रतापगढ़। होम वर्क पूरा न करने पर टीचर द्वारा छात्र की बर्बरता पूर्वक पिटाई की घटना को बीएसए ने संज्ञान लेते हुए एबीएसए से रिपोर्ट मांगी है। बता दे गत दिवस गौरा ब्लाक स्थित विंध्य वासिनी विद्या मंदिर विद्यालय के एक शिक्षक द्वारा छात्र को महज इसलिए बर्बरता पूर्वक पीटा गया था कि वह होमवर्क पूरा नहीं किया था।