बाराबंकी। स्वास्थ्य विभाग में तैनात कई संविदा कर्मियों का तबादला मनमाने ढ़ंग से किया था। तत्कालीन एसीएमओ रहे डॉ. केएनएम त्रिपाठी द्वारा यह खेल किया गया था।
तबादले के विरुद्ध ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजरों ने हाईकोर्ट की शरण ली थी। सुनवाई के बाद कोर्ट ने तबादलों को निरस्त करने का आदेश 25 सितंबर को जारी किया था। सीएमओ ने हटाए गए सभी कर्मचारियों को तीन दिन के अंदर पूर्व तैनाती स्थलों पर कार्य ग्रहण करने के निर्देश जारी किए हैं
इनका हुआ था तबादला
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी (आरसीएच) ने बीते चार मई 2022 को मनमनाने तरीके से नियम के विपरीत 10 ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजरों (बीपीएम) का स्थानांतरण अन्य सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर कर दिया था। इसमें बीपीएम दिवाकर वर्मा को सीएचसी सिद्धौर से हैदरगढ़, अखिलेश पटेल को सीएचसी बड़ागांव से रामसनेहीघाट, आशा जायसवाल को सीएचसी रामसनेहीघाट से सिरौलीगौसपुर, विनीत को सीएचसी दरियाबाद से सीएचसी घुंघटेर, अनूप श्रीवास्तव को घुंघटेर से सिद्धौर, संजीव कुमार को सिरौलीगौसपुर से जाटाबरौली, मनीष श्रीवास्तव को हैदरगढ़ से बड़ागांव, विमलेश को जाटाबरौली से दरियाबाद भेजा गया था।
एसीएमओ आरसीएच से नाराज बीपीएम ने संगठन के माध्यम से इसकी शिकायत सीएमओ से की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।