लखनऊ, । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बुधवार को नई दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं तेज हो गई हैं। माना जा रहा है कि दीपावली से पहले प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है। सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर और दारा सिंह चौहान को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की संभावना है। राजभर के बयान को भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गाजियाबाद में एक निजी कॉलेज के कार्यक्रम में भाग लेने के बाद बुधवार शाम नई दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय पहुंचे। वहां उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। माना जा रहा है कि इस दौरान सूबे के सियासी हालात के साथ ही मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा हुई। दरअसल, सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर और फिर दारा सिंह चौहान के भाजपा में शामिल होने के बाद से ही मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया था।
पिछड़ों को साधने के लिए आज दिल्ली में बनेगी रणनीति
लखनऊ। भाजपा विपक्ष के जातीय जनगणना के दांव की काट खोजने में जुट गई है। गुरुवार को दिल्ली में इसे लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही प्रदेश के सभी प्रमुख पिछड़े नेताओं को बुलाया गया है। इस बैठक के चलते गुरुवार को लखनऊ में होने वाले अवध क्षेत्र के अनुसूचित सम्मेलन को स्थगित कर दिया गया है।
भाजपा प्रदेश में पिछड़ों को साधने के लिए गुरुवार को रणनीति तय करेगी। नई दिल्ली में होने वाली बैठक में इस मुद्दे पर आगामी रूपरेखा तय होगी। दरअसल, 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा सरकार बनवाने में पिछड़े वोट बैंक की प्रमुख भूमिका रही है। पार्टी इस बार भी पिछड़ों को साधने में कोई चूक नहीं करना चाहती। पार्टी का यूपी में मिशन 80 भी तभी परवान चढ़ सकता है। इसी के मद्देनजर गुरुवार को दोपहर 3.30 बजे से यह महत्वपूर्ण बैठक पार्टी के राष्ट्रीय कार्यालय में बुलाई गई है। हालांकि इसका स्थान बदल भी सकता है। यूपी से इस बैठक में सीएम योगी के अलावा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा और साध्वी निरंजन ज्योति, राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर, संगम लाल गुप्ता को बुलाया गया है।
राजभर के बयान से भी मिल रहे संकेत उधर सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के बयान को भी मंत्रिमंडल विस्तार से जोड़कर देखा जा रहा है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि वे सात नवंबर को बता देंगे कि कब मंत्री बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे भी गुरुवार को दिल्ली जा रहे हैं।
तालिबानी सोच का इलाज बजरंगबली की गदा योगी
अलवर। राजस्थान के अलवर के तिजारा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में जनसभा को संबोधित करते हुए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांग्रेस की सोच तालिबानी है और ऐसी तालिबानी सोच का इलाज बजरंगबली की गदा ही है। योगी ने कहा कि इसका उदाहरण इजरायल की गाजा में चल रही कार्रवाई में दिख रहा है, जहां चुन-चुनकर आतंकियों को मारा जा रहा है। योगी ने कहा कि कांग्रेस ने भक्ति और शक्ति की धरती राजस्थान की परंपराओं को कलंकित करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि देश की हर समस्या की जड़ कांग्रेस है। कांग्रेस राज होता तो कभी भी राममंदिर मामले का समाधान नहीं होता। मगर प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आज अयोध्या में रामलला का भव्य मंदिर बन रहा है। उन्होंने कहा कि एक तरफ सरदार पटेल देश को एक सूत्र में पिरोने का कार्य कर रहे थे तो वहीं कांग्रेस ने कश्मीर में धारा-370 की समस्या पैदा कर दी, जिसे हमेशा के लिए हटाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद के ताबूत में अंतिम कील ठोंक दी है।