यूपी की योगी सरकार ने परिवहन निगम के संविदाकर्मियों को दिवाली तोहफा दिया है। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के संविदा कर्मचारियों को भी पारिवारिक यात्रा पास देने का आदेश जारी कर दिया गया है। इसके तहत एक वर्ष में पांच बार पारिवारिक यात्रा पास दिया जाएगा। इसमें दो निशुल्क पारिवारिक यात्रा पास होंगे, जबकि तीन पीटीओ (प्रिविलेज टिकट ऑर्डर) पारिवारिक यात्रा पास होगा। यह सुविधा आउटसोर्सिंग के माध्यम से कार्यरत कर्मचारियों को नहीं मिलेगी। यह लाभ 32 हजार संविदा कर्मचारियों के परिवारों को ही मिलेगा।
यह फैसला गत 18 अक्तूबर को प्रमुख सचिव परिवहन एल. वेंकटेश्वर लू की अध्यक्षता में हुई निदेशक मंडल की 246वीं बैठक में लिया गया था। परिवहन निगम ने अब सभी क्षेत्रीय प्रबंधकों, सेवा प्रबंधकों और सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों (डिपो) को पत्र भेजकर यह व्यवस्था लागू करने का निर्देश दिया है।
योगी सरकार के इस फैसले से संविदा कर्मचारियों के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई है। संविदा कर्मचारियों का कहना है कि यह काम अच्छा कदम है। परिवहन निगम के प्रधान प्रबंधक (विविध) मनोज कुमार की तरफ से जारी पत्र के अनुसार, यह सुविधा उन कर्मचारियों को भी नहीं मिलेगा, जो सेवानिवृत्ति के बाद संविदा पर कार्यरत हैं।
म्यूचुअल ट्रांसफर शुरू
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के 262 संविदा ड्राइवरों और कंडक्टरों का म्यूचुअल ट्रांसफर किया गया है। इससे इन कर्मचारियों को अपने मनचाहे स्थान पर जाने का मौका मिल गया है। अफसरों ने बताया कि इससे इन कर्मचारियों को सुविधा हो जाएगी। उत्तर प्रदेश रोडवेज कर्मचारी के मीडिया प्रभारी रजनीश मिश्रा ने कहा कि परिवहन निगम का यह कदम प्रशंसनीय है। परिवहन निगम ने यह काम कर्मचारियों के हित में कियाा है। म्यूचुअल ट्रांसफर होने से अब परिचालकों को काफी राहत मिलेगी। अब वह अपना काम पूरी ईमानदारी और शिद्दत से करेंगे। इसका सीधा फायदा परिवहन निगम को मिलेगा। अपने घर रहने से अतिरिक्त खर्च बचेगा।