लखनऊ। बेसिक विद्यालयों में टैबलेट वितरण के बाद पायलट प्रोजेक्ट के रूप में सोमवार से आधा दर्जन से अधिक जिलों में शिक्षकों छात्रों की प्रेरणा एप पर रियल टाइम उपस्थिति दर्ज कराने की प्रक्रिया शुरू हुई। हालांकि शिक्षक संघों ने इसके विरोध का आह्वान किया था। इसके बाद सर्वे में अधिकतर शिक्षकों ने भी विरोध किया। कुछ जगह प्रदर्शन भी हुए।

विभाग की ओर से सोमवार से लखनऊ, सीतापुर, रायबरेली, हरदोई, श्रावस्ती, लखीमपुर व उन्नाव में शिक्षकों-छात्रों की ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों तरीके से उपस्थिति दर्ज कराने के निर्देश दिए गए थे। शिक्षक नेताओं का दावा है कि अधिकतर स्कूलों में इसकी शुरुआत नहीं हो सकी। कुछ एक शिक्षकों ने ही अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ की ओर से सर्वे भी कराया गया। संघ के अध्यक्ष डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा ने बताया कि उन्नाव, लखनऊ, रायबरेली आदि जिलों में शिक्षकों ने इसे अव्यावहारिक बताया। उन्होंने बताया कि लखनऊ में लगभग 4800 में से 2903 शिक्षकों ने असहमति जताई है। बाकी ने कोई पक्ष नहीं दिया। किसी शिक्षक ने इसके पक्ष में अपना मत नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि 22 नवंबर तक शिक्षकों के मत लेने के बाद इसके मामले में आगे का निर्णय लिया जाएगा।
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- इस वीडियो को अंत तक शांत और ठंडे दिमाग से देखें। एक बार जब आप देखना शुरू कर देंगे, तो आपको पता ही नहीं चलेगा कि वीडियो कब खत्म हो जाएगा।* *आप तय करें या सोचीये कि क्या करना है?* *🙏🙏कृपया बच्चों और परिवार समूहों के साथ साझा करें🙏🙏🙏🙏