लखनऊ। महंगाई भत्ते और महंगाई राहत में चार फीसदी की वृद्धि से सरकारी खजाने पर हर महीने करीब 314 करोड़ रुपये का भार आएगा। इसमें सेवारत कर्मियों पर 215 करोड़ तथा सेवानिवृत्त कर्मियों पर 99 करोड़ हर माह अधिक खर्च होंगे। जुलाई से अक्तूबर तक के भुगतान पर 1256 करोड़ का व्यय भार आएगा। इसमें पुरानी पेंशन से आच्छादित कर्मियों से संबंधित 501 करोड़ रुपये की धनराशि जीपीएफ में जमा होगी जबकि 755 करोड़ नकद दिए जाएंगे।
वहीं एनपीएस या पीपीएफ खाताधारकों के खाते में 344 करोड़ रुपये जमा कराए जाएंगे। वहीं जुलाई से नवंबर तक नकद राशि पर 1069 करोड़ का व्ययभार आएगा। वहीं अराजपत्रित कर्मचारियों को अधिकतम सात हजार रुपये तक बोनस देने की स्थिति में खजाने पर करीब 1022 करोड़ रुपये भार आएगा।