बलरामपुर। परिषदीय स्कूलों में गैर हाजिर रहने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई में मनमानी का मामला सामने आया है। अक्तूबर माह में निरीक्षण अभियान में गैर हाजिर मिले शिक्षकों के विरूद्व कार्रवाई में दोहरा मापदंड अपनाया गया है। महानिदेशक स्कूली शिक्षा ने समीक्षा में यह मामला पकड़ा और बीएसए को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
अक्तूबर माह में शिक्षकों की उपस्थिति के साथ ही स्कूलों में पढ़ाई की पड़ताल हुई थी। इसमें अनाधिकृत रूप से 137 शिक्षक अनुपस्थित मिले थे। इसमें कार्रवाई मानव संपदा पोर्टल के माध्यम से की गई, जिसमें 50 शिक्षकों के विरूद्व ही विभागीय कार्रवाई की गई। इसके अलावा 40 शिक्षकों के वेतन से कटौती की गई।
यही नहीं किसी भी शिक्षक की कमी इस स्तर की नहीं मिली कि जवाब- तलब की जरूरत पड़ी हो। एक भी शिक्षक के विरूद्व निलंबन की कार्रवाई नहीं हुई है। यहां कि कि दस शिक्षक तो ऐसे हैं जिनके बारे में कुछ भी नहीं किया गया। इससे बीएसए की भूमिका पर सवाल खड़े हो गए हैं। महानिदेशक ने ऐसी स्थिति पर कड़ी कार्रवाई नाराजगी जताई। उन्होंने 20 नवंबर तक की गई कार्रवाई का ब्यौरा आनलाइन पोर्टल पर अपलोड करने की हिदायत के साथ ही कार्रवाई की चेतावनी दी है।
जिले के स्कूलों का सितंबर में भी निरीक्षण हुआ। जिसमें 118 शिक्षक अनाधिकृत रूप से गैर हाजिर मिले थे। रिपोर्ट में स्पष्ट है कि उस महीने में भी 112 के विरूद्व विभागीय कार्रवाई की गई। जिसमें 102 के ही वेतन से कटौती की गई। उस महीने में कार्रवाई में अंतर आया है। इस पर महानिदेशक ने जवाब मांगा है। महानिदेशक विजय किरण आनंद का कहना है कि प्रत्येक कार्रवाई पोर्टल के माध्यम से ही की जाएं।