मुंबई, । भारतीय रिजर्व बैंक ने गुरुवार को बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) के लिए असुरक्षित माने जाने वाले व्यक्तिगत कर्ज यानी पर्सनल लोन से जुड़े नियमों को कड़ा किया। इस कदम के तहत इनके जोखिम भार में 25 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। आशंका जाहिर की जा रही है कि केंद्रीय बैंक के इस कदम से बैंकों और एनबीएफसी के पर्सनल लोन और महंगे हो सकते हैं।
संशोधित नियम गृह, शिक्षा और वाहन ऋण सहित कुछ उपभोक्ता कर्ज पर लागू नहीं होंगे। इसके अलावा यह नियम सोने और सोने के आभूषणों के एवज में दिए गए कर्ज पर भी लागू नहीं होगा।