लखनऊ। उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष योगेश त्यागी, महामंत्री नरेश कौशिक ने महानिदेशक को ज्ञापन सौंपा, जिसमें बताया कि आदेश के माध्यम से बेसिक शिक्षकों को अपने पंजीकृत मोबाइल नम्बर से प्रेरणा ऐप के माध्यम से उपस्थिति दर्ज कराने के निर्देश दिए गए जो किसी भी प्रकार से उचित एवं
व्यवहारिक नहीं है। बताया कि संगठन ने इसके विरोध में 29 सितंबर 2019 को पूरे प्रदेश में आंदोलन भी किया एवं समय समय पर तत्कालीन बेसिक शिक्षा मंत्री ने उपस्थिति नहीं लेने सम्बन्धी बयान भी दिए जिनके आडियो वीडियो आज भी उनके पास उपलब्ध हैं। बताया कि 04 वर्ष बाद निर्णय से मुकरकर पुनः आदेश जारी किया गया जिस कारण प्रदेश का बेसिक शिक्षक आक्रोशित एवं आंदोलित हो रहा है।
अपनी मांगो के बारे में भी उन्होने बताया तो वही यह भी बताया कि उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ उत्तर प्रदेश के लाखों बेसिक शिक्षकों की आवाज है। ऐसे में संघ यह मांग करता है कि सभी न्यायसंगत मांगो का सवर प्रथम प्रत्येक दशा में निस्तारण किया जाए तथा अपने मोबाइल नम्बर से प्रेरणा ऐप पर उपस्थिति सम्बन्धी आदेश को स्वीकार करने को किसी भी स्थिति में सहमत नहीं है यदि जबरन अपने मोबाइल एवं मोबाइल नम्बर से उपस्थिति देने हेतु बाध्य किया जाएगा तो प्रदेश का बेसिक शिक्षक बाध्य
लोड सभी सरकारी ऐपों को अन स्टाल करने को मजबूर हो जाएगा।
बताया कि संघ लाखों लाख बेसिक शिक्षकों की मांगों और भावनाओं से सहमत होते हुए 10 नवम्बर को अपने निजी मोबाइल नम्बर के माध्यम से प्रेरणा ऐप से उपस्थिति देने सम्बन्धी जारी आदेश का पूर्ण बहिष्कार करता है। और सभी से अनुरोध करता है कि अपने निजी मोबाइल नम्बर से कोई कार्य न करें। संघ ने बताया कि यदि आदेश वापस नहीं लिया जाता है तो आदेश के विरोध में 01 दिसम्बर को प्रदेश के सभी 824 ब्लाक संसाधन होकर अपने निजी मोबाइल में डाउन केंद्रों पर धरना दिया जाएगा।
ज्ञापन : टैबलेट से ऑनलाइन उपस्थिति आदेश को निरस्त किए जाने के संबंध में जूनियर शिक्षक संघ (उ.प्र.) ने लिखा पत्र, देखें