लखनऊ : समाजवादी शिक्षक सभा लोकसभा चुनाव में शिक्षकों को जोड़ने के लिए शिक्षण संस्थानों से संवाद करेगी। शिक्षकों को समाजवादी सरकार के समय कराए गए विकास कार्यों तथा शिक्षक हित की नीतियों से परिचित कराया जाएगा। शिक्षक सभा पुरानी पेंशन बहाल करने का भी मुद्दा उठाएगी। वित्त विहीन शिक्षकों की सेवा नियमावली बने और उन्हें सम्मानजनक मानदेय मिले इसके लिए भी संघर्ष करेगी।
समाजवादी शिक्षक सभा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक राष्ट्रीय अध्यक्ष बी. पाण्डेय की अध्यक्षता में सोमवार को लखनऊ में हुई। इसमें शिक्षकों को पार्टी से जोड़ने के लिए कई निर्णय लिए गए। बैठक में पूर्व सांसद उदय प्रताप सिंह, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय, पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी व डा. फिदा हुसैन अंसारी ने भी संबोधित किया। इन सभी को नेताजी स्मृति सम्मान से भी सम्मानित किया गया। शिक्षक सभा नै 69 हजार शिक्षकों की भर्ती में आरक्षण घोटाले की जांच की मांग की है। राज्य कर्मियों की तरह शिक्षकों को भी कैशलेस स्वास्थ्य बीमा की सुविधा देने की मांग की है।
राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि शिक्षकों की लोकतंत्र बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका है। बैठक में उपाध्यक्ष मणींद्र मिश्र मशाल व एमएलसी डा. मान सिंह ने राजनीतिक आर्थिक प्रस्ताव में कहा प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा से जुड़े शिक्षकों की समस्याओं के समाधान के लिए केंद्र और राज्य की भाजपा सरकारों का रवैया बेहद निराशा जनक है। शिक्षा संस्थानों में आरक्षण समाप्त किया जा रहा है। नई शिक्षा नीति ने शिक्षा क्षेत्र को पूंजीपतियों के लाभ के लिए खोल दिया है। इस अवसर पर मुलायम सिंह यादव पर केंद्रित समाजवाद सृजन पत्रिका का विमोचन भी हुआ।
लखनऊ। समाजवादी शिक्षक सभा के शिक्षक आगामी लोकसभा चुनाव में सपा सरकार के विकास कार्यों तथा शिक्षक हित की नीतियों से जन-जन को अवगत कराएगा तथा शिक्षण संस्थानों से संवाद किया जाएगा। सोमवार को अध्यक्ष प्रो. बी पांडेय की अध्यक्षता में लखनऊ में हुई बैठक में ये फैसला लिया गया।