रायबरेली। बेसिक शिक्षा परिषद के परिषदीय विद्यालयों में पंजिकाओं का डिजिटाइजेशन के आदेश के खिलाफ आरएसएम ने भी मोर्चा खोल दिया है। 10 नवंबर को शिक्षा महानिदेशक की तरफ से दिए गए आदेश के खिलाफ राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने भी विरोध शुरू कर दिया है।
20 नवंबर से शुरू होने जा रही ऑनलाइन हाजिरी का विरोध करते हुए आरएसएम ने कहा कि जब तक सुविधाएं शिक्षकों को नहीं दी जाएगी, तब तक ऑनलाइन हाजिरी नहीं दी जाएगी। विकास भवन में इस आदेश का विरोध करते हुए आरएसएम ने स्कूल शिक्षा के महानिदेशक को बीएसए के माध्यम से पत्र भेजकर ऑनलाइन हाजिरी न कराने की मांग की है। जिलाध्यक्ष बीरेंद्र सिंह ने कहा कि महानिदेशक व्यावहारिक कठिनाइयों का समाधान करने के उपरांत ही उक्त व्यवस्था लागू करें। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा प्रदत्त टैबलेट्स के सुचारू संचालन हेतु विभागीय सिम कार्ड (सीयूजी नम्बर)एवं डाटा पैक की सुविधा उपलब्ध कराया जाए। पंजिकाओं के डिजिटाइजेशन हेतु प्रत्येक शिक्षक को टैबलेट संचालन का प्रशिक्षण विभाग द्वारा दिया जाए। शिक्षक को उपस्थिति पंजिका में अपनी ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने का समय ग्रीष्मकाल ( एक अप्रैल से 30 सितम्बर) में आगमन उपस्थिति 745 बजे से 815 बजे तक एवं प्रस्थान उपस्थिति दो बजे से 230 बजे तक तथा शीतकाल (एक अक्टूबर से 31 मार्च) में आगमन उपस्थिति 845 बजे से 915 बजे तक एवं प्रस्थान उपस्थिति 300 बजे से 330 बजे के मध्य किया जाए। विरोध प्रदर्शन को महामंत्री संजय कनौजिया समेत अन्य नेताओं ने सम्बोधित किया।