हेड ने कहा, बीईओ की हठधर्मिता के कारण मुझे पिटवाने की कोशिश की
प्राथमिक शिक्षक संघ ने घटना पर जताया रोष
प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष नरेश गंगवार और मांडलिक मंत्री केसी पटेल ने कहा कि इस पूरे प्रकरण पर संगठन की नज़र बनी हुई है। कल धरना स्थल पर संगठन की एक टीम जांच करने भेजी जायेगी। जांच के आधार पर आगे की रणनीति बनाई जाएगी। शिक्षकों के साथ अभद्रता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इधर, बीईओ ने बताया कि बात का बतगंड़ बनाने का प्रयास किया जा रहा है। अनुमति नहीं मिलने के बाद भी हेडमास्टर धरने पर बैठ गए थे। इस कारण पुलिस ने उन्हें हटा दिया था।
बरेली, कथित कमीशनबाजी के आरोपों और मारपीट में सस्पेंड हुए हेडमास्टर राम गोपाल वर्मा बुधवार को धरने पर बैठ गए। ब्लाक संसाधन केंद्र भमोरा में पुलिस उन्हें हटाने पहुंच गई। पुलिस ने उच्च अधिकारियों से इजाजत के बाद ही धरने पर बैठने को कहा। हेडमास्टर के न हटने पर पुलिस ने उन्हें धमकाना शुरू कर दिया। हेड ने बचाव में वीडियो बनाना शुरू किया तो दरोगा ने उन पर हाथ चला दिया। इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया।
हेडमास्टर की पुलिस के साथ तीखी झड़प हुई। हेड ने कहा कि क्या आप मुझे गिरफ्तार करने आए हैं। इस पर दरोगा ने कहा कि शांति भंग कर रहे हो, इसलिए गिरफ्तार कर लूंगा। बिना इजाजत धरना नहीं होगा। हेड ने आरोप लगाया कि बीईओ की हठधर्मिता जारी है। शांतिपूर्ण धरना देने के बाद भी मुझे पुलिस से पिटवाने की कोशिश की जा रही है। इससे पहले भी ब्लाक संगोष्ठी के दौरान बीईओ ने गंदी-गंदी गालियां देते हुए मारने का प्रयास किया था। हेडमास्टर ने कहा कि मेरे प्रकरण की जांच कर जो भी दोषी हो उस पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। बीईओ मुकेश भारती ने बताया कि हमने विभाग और पुलिस को हेडमास्टर के धरने की सूचना दी थी। बिना अनुमति धरने के कारण पुलिस ने उन्हें हटा दिया।