■ कई बार नोटिस जारी करने के बाद भी नहीं कर रहे थे कार्य
एसडीएम हैदरगढ़ ने जांच कराकर एफआईआर के दिए निर्देश
हैदरगढ़ । लोकसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। मतदाता सूची का प्रकाशन करने के बाद नए मतदाताओं को जोड़ने का कार्य चल रहा है। लेकिन हैदरगढ़ तहसील के चार बीएलओ चुनाव आयोग के निर्देशों को ठेंगा दिखा रहे हैं। उन लोगों ने न तो मतदाता सूची का प्रकाशन किया और न ही नए नामों को जोड़ने का कार्य कर रहे हैं। ऐसे में एक पंचायत सहायक व तीन सहायक अध्यापकों का अग्रिम आदेशों तक वेतन रोक दिया गया है।
विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 272 हैदरगढ़ में बीएलओ बनाए गए उच्च प्राथमिक विद्यालय में पंचायत सहायक आकाश कुमार, उच्च प्राथमिक विद्यालय शाहरपुर सिदवी में सहायक अध्यापक शिल्पी व उच्च प्राथमिक विद्यालय पोखरा में सहायक अध्यापक उमेश चंद्र को बीएलओ की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं विधानसभा क्षेत्र 269 जैदपुर आंशिक के प्राथमिक विद्यालय रसूलाबाद बिहारी लाल में सहायक अध्यापक शैलेंद्र कुमार रावत को बीएलओ की जिम्मेदारी दी गई है। इन चारों बीएलओ द्वारा अब तक चुनाव से संबंधित किसी भी गतिविधि में अपनी
जिम्मेदारी नहीं निभाई। बूथों पर मतदाता पुनरीक्षण के लिए मतदाता सूची का प्रकाशन कराना हो, या फिर 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले नए मतदाताओं का नाम शामिल करने के लिए फार्म भरने का कार्य नहीं किया। वहीं घर-घर सर्वे कर मृतकों के नाम सूची से हटाने का कार्य तक नहीं किया। सुपरवाइजरों की जांच में किसी बीएलओ द्वारा कार्य नहीं करते पाया गया। जिसके आधार पर तहसीलदार हैदरगढ़ ने पंचायत सहायक व तीन सहायक अध्यापकों द्वारा निर्वाचन आयोग के आदेशों की अवहेलना करते पाए जाने पर सभी का वेतन अग्रिम आदेश तक रोक दिया है। इस संबंध में एसडीएम हैदरगढ़ अनुराग सिंह ने कहा कि जिनकी बीएलओ में ड्यूटी लगी है उनको हर हाल में अपना कार्य करना है। किसी भी दबाव में आकर किसी भी ड्यूटी नहीं काटी जाएगी। नोटिस का समय पूरा होते ही सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।