NPS घोटाले की जांच के दायरे में बेसिक शिक्षा विभाग भी शामिल, DGSE का बयान : दोषी नहीं जाएंगे बख्शे
इस मामले में कोई भी बख्शा नहीं जाएगा। FIR के बाद पुलिस इस मामले की पड़ताल करेगी। मनी ट्रेल की जांच होगी और यह भी देखा जाएगा कि कौन-कौन लोग इस खेल में शामिल हैं। किसी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। –विजय किरन आनंद, डीजी, स्कूली शिक्षा
माध्यमिक और बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूली शिक्षा के महानिदेशक विजय किरन आनंद ने कहा है कि बेसिक में भी कई जिलों से इस तरह की शिकायतें आई हैं कि उनकी पेंशन की रकम निजी बीमा कंपनियों में निवेश कर दी गई है। शिक्षकों ने इसमें अपनी सहमति की बात नकारी है। लिहाजा, माध्यमिक के एडेड विद्यालयों में चल रही जांच के दायरे में बेसिक शिक्षा विभाग को भी शामिल किया गया है। जब तक पड़ताल नहीं हो जाती, तब तक सही संख्या बता पाना मुश्किल है।
परिषदीय शिक्षकों की NPS धनराशि के निवेश की भी होगी जांच
लखनऊ : 25 जिलों में अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) माध्यमिक स्कूलों के 4,257 शिक्षकों की पेंशन धनराशि को निजी बीमा कंपनियों में निवेश करने का मामले ने तूल पकड़ता जा रहा है। अब माध्यमिक स्कूलों के शिक्षकों के साथ-साथ परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों की पेंशन धनराशि के निवेश की भी जांच होगी।
यही नहीं जांच का दायरा भी सभी जिलों तक बढ़ा दिया गया है। शिक्षकों की अनुमति के बगैर निजी कंपनी में धन निवेश करने के दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवई की जाएगी।
महानिदेशक, स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद की ओर से सभी मंडलों के माध्यमिक शिक्षा के सभी संयुक्त शिक्षा निदेशकों और बेसिक शिक्षा के सहायक शिक्षा निदेशकों को निर्देश दिए गए हैं कि वह पेंशन की धनराशि कब, कितनी, कहां निवेश की गई, इसकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार करें.