विशिष्ट बीटीसी 2004 में नियुक्त उम्मीद जगी है कि केंद्र की भांति अभ्यर्थियों को शामिल उन्हें भी पुरानी पेंशन का विकल्प नहीं करने के निर्देश देने का अवसर मिलेगा।
लखनऊ। बेसिक शिक्षा विभाग ने एक अप्रैल 2005 या उसके बाद नियुक्त कार्मिकों का ब्योरा मांगा है, जिनकी मौलिक नियुक्ति के लिए विज्ञापन एक अप्रैल 2005 के पहले प्रकाशित हुआ था। ऐसे में विभाग के शिक्षकों व कर्मचारियों में यह विभाग के संयुक्त शिक्षा निदेशक गणेश कुमार ने सभी बीएसए को पत्र भेजा है। हालांकि उन्होंने विशिष्ट बीटीसी 2004 में नियुक्त अभ्यर्थियों को न शामिल करने की बात कही है। इससे विशिष्ट बीटीसी के नियुक्त अभ्यर्थियों को अलग करने से शिक्षकों में नाराजगी है। माना जा रहा है कि हाल में उप्र शिक्षक महासंघ की शासन में हुई बैठक में ऐसे शिक्षक जिनका चयन एक अप्रैल 2005 से पूर्व हो गया था परंतु उनका कार्यभार ग्रहण 1 अप्रैल 2005 के बाद हुआ है, को केंद्र सरकार के पत्र तीन मार्च 2023 के अनुसार पुरानी पेंशन से आच्छादित करने की मांग पर सहमति बनी थी।
इसी के बाद विभाग ने यह कवायद शुरू की है। वहीं प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने कहा कि इस पत्र में विषय और अलग से लिखे गए नोट में विरोधाभास है। एक ओर अधिकारी द्वारा 1 अप्रैल 2005 के पूर्व हुए विज्ञापन की सूचना जारी की गई है तथा नोट में जानबूझकर 2004 विशिष्ट बीटीसी में नियुक्त शिक्षकों को अलग किया गया है, जो उचित नहीं है। इन शिक्षकों को भी इसमें शामिल करना चाहिए