मऊ। जिले के परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग विशेष अभियान चलाएगा। अधिकारी बच्चों की कम उपस्थिति के मूल कारणों का विश्लेषण करेंगे। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने प्रथम चरण में बच्चों की औसत उपस्थिति को 10 फीसदी बढ़ाने का लक्ष्य तय किया है।
जिले में 1208 परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत 1.49 लाख बच्चे अध्ययनरत हैं। सरकार की तरफ से निपुण भारत अभियान चलाया जा रहा है लेकिन अधिकांश विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति शत-प्रतिशत नहीं हो पा रही है। शासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बेसिक शिक्षा विभाग को विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया है।
शासन की गाइडलाइन के तहत, डॉयट प्राचार्य, बीएसए, बीईओ, मेंटर, शिक्षक बच्चों के स्कूल में नियमित उपस्थिति के महत्व को बच्चों और अभिभावकों को समझाएंगे। इसके लिए, नियमित मॉनीटरिंग तथा अभिभावकों से संपर्क करेंगे। उपस्थिति बढ़ाने के लिए बहु आयामी रणनीति अपनाएंगे। बच्चों की कम उपस्थिति के मूल कारणों का विश्लेषण करेंगे। शिक्षक बच्चों के बीच आत्मीय संबंध विकसित करेंगे। अधिकारी निरीक्षण और मानीटरिंग के माध्यम से उपस्थिति पर विशेष ध्यान देंगे। आउटरीच प्रोग्राम के अंतर्गत अभिभावकों, ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों के साथ बैठक, घर भ्रमण और शिक्षा चौपाल का आयोजन होगा। उन्हें डीबीटी के लाभ, पढ़ाई के लाभ के बारे में अवगत कराया जाएगा। अगर बच्चे अपने भाई-बहन की देखभाल में लगे हैं तो उन्हें आंगनबाड़ी केंद्रों के बारे में जानकारी देंगे।
सभी परिषदीय विद्यालयों में शत-प्रतिशत उपस्थिति का प्रयास चल रहा है। सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को प्रथम चरण में बच्चों की औसत उपस्थिति को 10 फीसदी बढ़ाने का लक्ष्य तय किया है। – संतोष कुमार उपाध्याय, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी